दिल्ली के द्वारका में नवनिर्मित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित पी20 शिखर सम्मेलन का शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। 13 और 14 अक्टूबर को हो रहे इस सम्मेलन में जी 20 देशों के संसद अध्यक्ष और सभापति हिस्सा ले रहे है। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के समय में आतंकवाद से निपटने के लिए हम सब को एक साथ मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है। युद्ध से किसी का भला नहीं हो सकता है। आज दुनिया कई संकटों से जूझ रही है,ये सबके कल्याण का समय है। आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है,आतंकवाद से सख्ती से ही निपटना होगा,आतंकवाद की एक परिभाषा पर सहमत न होना बेहद दुखद है। आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है।
पी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यशोभूमि में 9वें G-20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (P20) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भाषण ने भी पी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुई। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण के साथ उत्तरप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना सहित अन्य राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों ने सम्मेलन में प्रतिभाग किया।
इस आयोजन का विषय “एक पृथ्वी,एक परिवार,एक भविष्य के लिए संसद” था। जो पिछले महीने दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान देश के आदर्श वाक्य के अनुरूप है।
सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा है कि भारत ने जी-20 का शिखर सम्मेलन का सफलतापूर्व आयोजन किया। उन्होंने कहा कि समय के साथ भारत की संसदीय प्रक्रिया में सुधार हुआ है। आगे उन्होंने यह भी कहा कि हमारे ग्रंथों में सभाओं का जिक्र किया हुआ है। पीएम मोदी ने यहां अपने संबोधन के दौरान भारत को लोकतंत्र की जननी बताया है।
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने कहा की P-20 भारत लोकतांत्रिक मूल्यों,अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक महत्व के मुद्दों के समाधान के लिए संयुक्त संसदीय प्रयासों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारत की अध्यक्षता ने G-20 को एक समावेशी,महत्वाकांक्षी,भविष्योन्मुख,निर्णायक और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण दिया है।
P20 शिखर सम्मेलन में कौन-कौन शामिल हो रहे हैं।
इस कार्यक्रम में G20 सदस्यों और आमंत्रित देशों की संसदों के अध्यक्ष भाग ले रहें है। 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ के जी 20 का सदस्य बनने के बाद पैन-अफ्रीकी संसद पहली बार पी-20 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहीं है।
पी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान विषयगत सत्र निम्नलिखित चार विषयों पर केंद्रित होंगे-सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन,महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास,एसडीजी में तेजी लाना और सतत ऊर्जा संक्रमण।