रविवार को बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव का प्रचार का शोर थम गया। इसी के साथ प्रशासन ने पांच सितंबर को होने वाले मतदान के लिए जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया। प्रचार के अंतिम दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा के लिए वोट मांगे,तो कांग्रेस नेताओं ने भी जनसंपर्क किया। इस सब के बीच बागेश्वर उप चुनाव में सेंट्रल आब्जर्वर पर पूर्वाग्रह से ग्रसित होने का आरोप लगाते हुए भाजपा के प्रतिनिधिमंडल मंडल ने मुख्य चुनाव अधिकारी से भेंट कर कार्यवाही की मांग की।
पार्टी के चुनाव आयोग संपर्क विभाग के प्रभारी तथा प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से सेंट्रल आब्जर्वर राजेश कुमार का आचरण अशोभनीय और संदेहास्पद है। वह भाजपा कार्यकर्ताओ का उत्पीड़न कर रहे हँ और अधिकारियों पर भी अनुचित दबाव बना रहे है। इससे चुनाव की निष्पक्षता बाधित हो रही है।
उन्होंने मामले का संज्ञान लेकर तत्काल कार्यवाही की मांग की है। भाजपा चुनाव आयोग संपर्क विभाग सायोंजक एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल ने बताया कि हैरानी की बात है कि जहां अधिकारियों को निष्पक्ष बिना भय बिना किसी द्वेष के चुनावों में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए वहीं सैंट्रल ऑब्जर्वर कांग्रेस पार्टी के सक्रिय सदस्य के समान कार्य करते हुए, कांग्रेस प्रत्याशी को परोक्ष तथा अपरोक्ष लाभ पहुंचा रहे हैं जिससे चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित हो रही है।
प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से से मामले की गंभीरता को देखते हुए यथाशीग्र इसका संज्ञान लेकर त्वरित उचित कार्यवाही करने का अनुरोध किया जिससे कि विधानसभा उपचुनाव में लोकतंत्र की गरिमा को बचाया जा सके प्रतिनिधिमंडल ने कॉग्रेस पार्टी पर यह सीधा आरोप लगाया कि कॉंग्रेस को हमेशा से ही सत्ता का लालच रहा है ओर काफी समय से उत्तराखण्ड में जिस प्रकार से उनकी राजनीतिक जमीन खिसक रही है उससे उनका परेशान होना इस बात का परिचायक है कि वे इस चुनाव में सामने से अपनी करारी हार को देखकर बुरी तरह बोखला गई है ओर तमाम प्रकार के षड़यंत्र,कुचक्र रचकर अधिकारियों को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है।
प्रतिनिधिमंडल में पुनीत मित्तल प्रदेश कोषाध्यक्ष महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आशीष नागरथ विजेंद्र थपलियाल महानगर महामंत्री सुनील शर्मा महानगर उपाध्यक्ष सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
इस संदर्भ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि उक्त अधिकारी बिहार सरकार में कार्यरत हैं और किसी राजनीतिक दल के इशारे पर कार्य कर रहे हैं।