उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना चल रही है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी बहुमत को मिल गया है। भाजपा को 70 में से 48 सीटें मिलती दिख रही है,जबकि कांग्रेस 18 सीटों पर सिमट कर रह गई हैं,अन्य की बात करें तो अन्य के खाते में 4 सीटें जाती दिख रही है। इसी के साथ उत्तराखंड में चुनाव से जुड़ा सबसे बड़ा मिथक भी टूट गया है कि कोई भी पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आती,लेकिन भाजपा इस मिथक को तोड़कर दोबारा सरकार बनाने जा रही है। लेकिन इस सब के बीच उत्तराखंड में एक बार फिर से मुख्यमंत्री की सीट फंस गई है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा झटका खटीमा में लगा है। जहां कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भुवन चंद कापड़ी ने भाजपा के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 6951 मतों से हरा दिया है। उत्तराखंड में भाजपा के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,कांग्रेस के चुनाव अभियान के प्रमुख हरीश रावत चुनाव हार चुके हैं तो आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरा अजय कोठियाल भी बहुत पीछे है।
उत्तराखंड में एक बार फिर मुख्यमंत्री का मामल फंस गया है। प्रचंड जीत के बाद अब एक बार फिर से सवाल खड़ा हो गया हैं कि आखिर अब कौन बनेगा मुख्यमंत्री? राज्य में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ एक बार फिर शुरू हो गई है।