
उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम के पास माणा गांव के पास एक ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हुआ है। जिसमें 57 मजदूरों के दबने की खबरे है। इनमें से अब तक 15 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। आईटीबीपी (ITBP) बीआरओ(BRO)और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है। बताया जा रहा हैं कि ग्लेशियर टूटने से दबे मजदूर सीमा सड़क संगठन (BRO)के ठेकेदार के तहत काम कर रहे थे। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया है कि अब तक 15 मजदूरों को निकाल लिया गया है। अन्य की तलाश जारी है।

इस घटना के बारे में आईजी राजीव स्वरूप ने बताया कि सभी को सुरक्षित निकालने और मार्ग खोलने के प्रयास लगातार जारी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्लेशियर टूटने की सूचना मिलने के बाद आपदा परिचालन केंद्र से जनपद चमोली के माणा गांव के निकट हिमस्खलन की घटना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा जनपद चमोली में माणा गांव के निकट (BRO)द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। (ITBP,BRO)और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।

ग्लेशियर टूटने की घटना के संबंध में एसडीआरएफ पुलिस महानिरीक्षक रिधिम अग्रवाल ने बताया कि अब तक 15 श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है,जबकि 42 लापता हैं,जिनकी तलाश जारी है,जल्द ही इन्हें भी सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम जोशीमठ से घटनास्थल के लिए रवाना की गई। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा,एक टीम को सहस्रधारा हेलीपैड (देहरादून)पर अलर्ट पर रखा गया है। हेलीकॉप्टर से एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम की तैनाती की जा रही है। ताकि क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त कर लिए गए हैं। जैसे ही मौसम में सुधार होगा,एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के निकटतम सुरक्षित स्थान पर उतारा जाएगा।
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है। इसी बीच शुक्रवार को भारत-चीन (तिब्बत)सीमा क्षेत्र में माणा कैंप के पास भारी हिमस्खलन हुआ है। इस दौरान वहां निर्माण कार्य में लगे 57 मजदूर बर्फ में दब गए।