
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि)ने बुधवार को देहरादून स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ)में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन हर नागरिक का कर्तव्य है,विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में जहाँ सड़कों की स्थिति और मौसम की चुनौतियां दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ा देती हैं। उन्होंने कहा कि लापरवाही से वाहन चलाना न केवल चालक,बल्कि दूसरों के जीवन को भी खतरे में डाल सकता है।

राज्यपाल ने कहा कि स्कूल स्तर से ही बच्चों में सड़क सुरक्षा और यातायात अनुशासन की जागरूकता विकसित करना आवश्यक है,ताकि आने वाली पीढ़ी सुरक्षित और जिम्मेदार नागरिक के रूप में आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं,जो यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने आते हैं। उन्होंने पर्यटकों से भी अनुरोध किया कि वे स्थानीय ट्रैफिक नियमों का पालन करें,गति सीमा का ध्यान रखें,नशा कर वाहन न चलाएं और सुरक्षित ड्राइविंग को प्राथमिकता दें।
राज्यपाल ने आरटीओ कार्यालय,देहरादून की उस पहल की सराहना की,जिसके तहत सप्ताह में एक दिन सार्वजनिक वाहनों का उपयोग किया जा रहा है,जिससे न केवल यातायात का दबाव कम होगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिलेगा। इस अवसर पर राज्यपाल ने अच्छे व्यवहार वाले चालकों और दुर्घटना में लोगों की मदद करने वाले लोगों (गुड सेमेरिटन)को सम्मानित किया।
इस दौरान राज्यपाल ने आरटीओ कार्यालय में निर्धारित प्रक्रिया के तहत अपना ड्राइविंग लाइसेंस नवीनीकरण (रिन्यूअल)कराया। विशेष सुविधा का लाभ उठाने के बजाय,राज्यपाल ने आम नागरिक की तरह सभी औपचारिकताएं पूरी कीं। एक ओर जहाँ कई लोग ऐसे कार्यों के लिए सिफारिश या पहुंच का सहारा लेते हैं,वहीं राज्यपाल ने अपने इस आचरण से यह स्पष्ट संदेश दिया कि प्रक्रिया और औपचारिकताएं सभी के लिए समान हैं तथा कानून का पालन हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवाएं पारदर्शी,तकनीक-आधारित और सरल हों,ताकि हर नागरिक बिना किसी सिफारिश या विशेष सुविधा के अपना कार्य सहजता से करा सके।
इस अवसर पर आरटीओ (प्रशासन)संदीप सैनी,आरटीओ प्रवर्तन अनिता चमोला,एआरटीओ प्रशासन चक्रपाणी मिश्रा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।