उत्तराखंड में नई सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज,चुनाव प्रभारी हाई कमान को सौंपेंगे रिपोर्ट

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उत्तराखंड में सरकार गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है। चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी व कैलाश विजयवर्गीय आज हाई कमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। जिसके बाद माना जा रहा हैं कि होली के बाद उत्तराखंड में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसी के साथ नवनिर्वाचित विधायकों की राय जानने के लिए बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को पर्यवेक्षक नियुक्त किया हैं,जो जल्द ही देहरादून पहुंचने वाले है।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करने बाद बीजेपी अब नए मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा कर रही है। क्योंकि राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से अपना चुनाव हार गए है। जिसके बाद से नये मुख्यमंत्री के चयन को लेकर उत्तराखंड में चर्चाओं का दौर जारी है।

उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बड़ी जीत हासिल कर चुकी बीजेपी मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर पशोपेश में है। लेकिन पुष्कर धामी के नेतृत्व में जिस तरह से पार्टी को प्रचंड जीत मिली है। इसे देखते हुए माना जा रहा हैं कि पार्टी फिर से उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है। धामी को उनके छोटे से कार्यकाल में उनके योगदान को देखते हुए एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग तेज हो गई है। इसी को लेकर करीब आधा दर्जन विधायक पुष्कर सिंह धामी को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार है।

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के चयन को लेकर भले ही केंद्रीय नेतृत्व ने पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हों,लेकिन उत्तराखंड बीजेपी के कई दिग्गज नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। जो खुद को और अपने करीबी नेताओं को मुख्यमंत्री की रेस में लाने की पूरजोर कोशिश में लगे है। जिनमें प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और सुबोध उनियाल जैसे तमाम नाम शामिल है। जो लगातार दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मिल रहे है।

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री का ताज किसके सिर सजेगा,यह तो केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक में तय होगा। लेकिन अभी तक विधायक दल की बैठक का समय तय नहीं हुआ है।