New Delhi:-भारत विकास परिषद के 63वें स्थापना दिवस समारोह का भव्य आयोजन,गृहमंत्री अमित शाह ने कहा-‘भारत की आत्मा को जगाने का कार्य कर रही है परिषद’

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नई दिल्ली के विज्ञान भवन में सोमवार को भारत विकास परिषद के 63वें स्थापना दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह संस्था स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को आदर्श मानकर कार्य कर रही है। यह उन लोगों के बीच सेतु का कार्य करती है-जो सेवा करना चाहते हैं और जिन्हें सेवा की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि इसकी जड़ें भारतीय संस्कृति,सेवा और संस्कारों में गहराई से जुड़ी हुई हैं।

गृहमंत्री अमित शाह ने स्वतंत्रता सेनानी श्री हेमम नीलमणि सिंह को मरणोपरांत सम्मानित करते हुए उनके योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है,और भारत विकास परिषद् पहले से ही इन लक्ष्यों की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने मोदी सरकार के 11 वर्षों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए जनधन योजना,उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं का ज़िक्र किया जिनसे गरीबों को सीधा लाभ मिला है।

श्री शाह ने आगे कहा,”मोदी जी ने विरासत और विकास को साथ लेकर चलने का कार्य किया है। भारत विकास परिषद् जैसे संगठन राष्ट्र की आत्मा को जागृत करने का कार्य कर रहे हैं।”उन्होंने परिषद् द्वारा शिक्षा,स्वास्थ्य,स्वावलंबन और सामाजिक पुनर्निर्माण में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सोनालिका ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज़ के वाइस चेयरमैन श्री अमृत सागर मित्तल ने कहा कि भारत विकास परिषद् लगातार समाज के कमजोर वर्गों के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत आज 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है और वर्तमान में यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है।

समारोह की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एवं परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदर्श कुमार गोयल ने की। उन्होंने कहा कि परिषद् की 63 वर्षों की यात्रा सेवा,समर्पण और राष्ट्र निर्माण की सतत साधना का प्रतीक है। साथ ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में अनुच्छेद 370 की समाप्ति और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे जैसे ऐतिहासिक निर्णयों को सराहा। उन्होंने कहा कि श्री शाह के मार्गदर्शन में परिषद् को नई दिशा और ऊर्जा मिल रही है।

इस अवसर पर परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक प्रो.के.के.अग्रवाल और राष्ट्रीय महामंत्री दुर्गा दत्त शर्मा भी मंच पर उपस्थित रहे। दोनों वक्ताओं ने परिषद की जमीनी कार्यप्रणाली और दूरदृष्टि पर प्रकाश डाला।

समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विशिष्ट जनों को सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वालों में शामिल हैं-डॉ.एस.के.सोगानी, वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट,डॉ.पी.आर.जयशंकर,पूर्व मुख्य प्रबंधक,IIFCL,नितिशा यादव,शिक्षाविद स्व.हेमम नीलमणि सिंह,स्वतंत्रता सेनानी (मरणोपरांत) दीपा मेहरा,वरिष्ठ समाजसेवी प्रमुख है।

परिषद की भूमिका और विस्तार
1963 में स्थापित भारत विकास परिषद् आज देशभर में 1,655 से अधिक शाखाओं और 85,000 से अधिक परिवारों के माध्यम से सक्रिय है। यह संगठन किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं है और पूरी तरह निःस्वार्थ सामाजिक सेवा को समर्पित है।

परिषद पाँच मूल सिद्धांतों,संपर्क,सहयोग,संस्कार,सेवा और समर्पण पर आधारित होकर कार्य करती है।

प्रमुख कार्यक्रम और गतिविधियाँ

संस्कार क्षेत्र:भारत को जानो प्रतियोगिता,समूहगान,महिला-बाल विकास कार्यक्रम,सामूहिक विवाह,गुरुवंदन–छात्र सम्मान।

सेवा क्षेत्र:स्वास्थ्य शिविर,रक्तदान,दिव्यांग सहायता,ग्राम विकास,नशा मुक्ति,महिला सशक्तिकरण।

पर्यावरण क्षेत्र:पौधारोपण,जल संरक्षण,तालाब पुनर्जीवन,प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। देश के कोने-कोने से आए कार्यकर्ताओं,सामाजिक संगठनों,शिक्षाविदों और उद्योग प्रतिनिधियों ने परिषद् की भावी योजनाओं को साकार करने का संकल्प लिया।

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