उत्तराखंड में कोरोना के घटते मामलो के बीच कोविड कर्फ़्यू को 22 जून से 29 जून तक कुछ ज्यादा रियायतों के साथ बढ़ा दिया गया है। इस बार सरकार ने व्यापारी वर्ग को राहत देते हुए हफ्ते में पांच दिन दुकानें खोलने का फैसला लिया है। सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक कोविड कर्फ्यू के दौरान दुकानें खुली रहेंगी।उत्तराखंड सरकार ने दिशा-निर्देश के अनुसार 1 जुलाई 2021 से रूद्रप्रयाग,चमोली और उत्तरकाशी जिलों की सीमा में रहने वाले लोगों को धामों में दर्शन की अनुमति दी गई है। 11 जुलाई 2021 से प्रदेश के सभी जिलों के लिए चार धाम यात्रा खोल दी जाएगी। यात्रा के दौरना यात्रियों के लिए कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य होगा।
सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल के कोविड कर्फ्यू के लेकर जानकारी दी कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में कोविड कर्फ्यू को लेकर हुई बैठक में फैसला लिया गया है। कोरोना की दूसरी लहर के कम होने के बाद सरकार कोविड कर्फ्यू में ढील बढ़ा रही है। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि कोविड कर्फ़्यू 22 जून से 29 जून तक कुछ अधिक रियायतों के साथ लागू रहेगा। इस दौरान होटल,रेस्टोरेंट, 50 प्रतिशत डाइनिंग क्षमता के साथ खोले जा सकेंगे। बार भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुल सकेंगे। लेकिन इन्हें रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद रखा जाएगा। इसी के साथ जनरल मर्चेंट, परचून इत्यादि दुकानें शनिवार, रविवार को छोड़ कर सप्ताह में पांच दिनों के लिये पूर्व समय की भांति खोली जा सकेंगी। सरकारी, अर्ध सरकारी, निजी कार्यालय 50 क्षमता के साथ खुलें जा सकेंगे। आवश्यक सेवाओं से जुड़े जो भी कार्यालय है वह पूरी क्षमता से खुलेंगे।
चार धाम यात्रा को लेकर श्री उनियाल ने बताया कि चार धामा यात्रा से उत्तराखंड की आर्थिकी भी जुडी है। यह यात्रा इस बार भी कोरोना संक्रमण की से अछूती नहीं रही। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेज होने के कारण इस वर्ष 14 मई से प्रारंभ होने वाली चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई थी। यद्यपि, चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट तय तिथियों पर खुले और वहां सीमित संख्या में तीर्थ पुरोहित नियमित रूप से पूजा-अर्चना कर रहे हैं। लेकिन इस बार बैठक में निर्णय लिया गया हैं कि चारधाम यात्रा को 1 जुलाई से बदरीनाथ चमोली जनपद के लिये, केदारनाथ रुद्रप्रयाग जनपद के लिये और गंगोत्री, यमुनोत्री उत्तरकाशी जनपद वासियों के लिए खुल दी जाए। इसी के साथ 11 जुलाई से उत्तराखंड राज्य वासियों के लिए चार धाम यात्रा को खोलने का निर्णय लिया गया है। यात्रा में आने वाले यात्रियों से निवेदन हैं कि वह यात्रा पर आने के लिए आरटीपीसीआर या एंटीजन या रेपिड टेस्ट जरूरी अपने साथ लाए। सरकार द्वारा में यात्रा के दौरान यह टेस्ट करवाए जाएंगे। राज्य में प्रवेश के लिये अथवा मैदान से पहाड़ पर जाने के लिए आरटीपीसीआर या एंटीजन या रेपिड टेस्ट जरूरी होगा। इसी के साथ यह भी निर्णय लिया गया हैं कि जैसे ही राज्य में कोरोना की स्थिति सामान्य होगी तो दूसरे राज्यों के लिए भी चारधाम यात्रा खोलने के बारे में निर्णय लिया जाएगा।