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उत्तराखंड राजभवन में अरुणाचल प्रदेश एवं मिजोरम राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर दोनों राज्यों के उत्तराखण्ड में रह रहे छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर अरुणाचल प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने अपने पारंपरिक लोकनृत्य प्रस्तुत किए। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दोनों राज्यों के पारंपरिक नृत्य,संगीत और लोक कला की झलक देखने को मिली।
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राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि)ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए उपस्थित सभी लोगों को पूरे प्रदेश की ओर से स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘एक भारत,श्रेष्ठ भारत’की भावना को सशक्त करने के लिए देश के विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस को राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की परंपरा प्रारंभ की गई है। यह पहल राज्यों के बीच आपसी संवाद,सांस्कृतिक साझेदारी और राष्ट्रीय एकता को और अधिक मजबूत करती है।
राज्यपाल ने सेना में सेवा के दौरान यहां कार्य करने के अनुभवों को साझा किया और कहा कि पूर्वोत्तर के ये दोनों राज्य अपनी समृद्ध परंपराओं,जैव विविधता और सुरम्य प्राकृतिक सौंदर्य,सांस्कृतिक विरासत,संगीत,नृत्य के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है,और यहाँ के वीर जवानों का भारतीय सेना में योगदान हमेशा प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे ‘एक भारत,श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को और अधिक सशक्त करें और राष्ट्र को प्रगति के नए शिखर पर ले जाएँ।
कार्यक्रम में सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन,अपर सचिव स्वाति एस भदौरिया,वित्त नियंत्रक डॉ.तृप्ति श्रीवास्तव,अनुसचिव लक्ष्मण राम आर्य सहित दोनों राज्यों के लोग उपस्थित रहे।