
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर कहर बरपाया है। राज्य में भारी बारिश से कई जगह सड़क ध्वस्त होने से लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में शनिवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। कुमाऊं के कई जिलों भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट है। इस बीच भगवान केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में भूस्खलन से 20 लोगों के मरने की खबर आ रही है। एसडीआरएफ,एनडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीम लगातार हो रही बारिश के बीच रेस्क्यू कर,लेकिन लापता चल रहे लोगों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है।

राज्य में गुरुवार से हो रही बारिश ने पूरे प्रदेश में कहर मचाया है। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड बस स्टेशन के नजदीक देर रात भूस्खलन होने से लगभग 20 लोगों के मरने की खबर है। बताया जा रहा हैं कि रूक-रूक कर हो रही बारिश के चलते भूस्खलन होने से यहां पहाड़ी दरक गई। जिसके चपटे गौरीकुंड मोटरमार्ग के किनारे बनी दुकानें आ गईं। उस समय इन दुकानों में कई लोगों मौजूद थे। पहाड़ी से भारी-भरकम बोल्डर गिरने से दुकानों का कुछ अता-पता नहीं ना ही इन दुकानों में मौजूद लोगों के बारे में सूचना मिल पा रही है।
रुद्रप्रयाग में हुए इस दर्दनाक हादसे की खबर के बाद भारी बारिश के बीच जिला प्रशासन,आपदा प्रबंधन,पुलिस,एसडीआरएफ (SDRF) और तमाम दूसरी टीमें मौके पर पहुंची जिसके बात राहत और बचाव का कार्य शुरू किया गया। जो अभी भी जारी है। जहां यह भूस्खलन हुआ है वहां से मंदाकिनी नदी की दूरी बेहद कम है। ऐसे में माना जा रहा हैं कि पहाड़ी से आए बोल्डर एक साथ जब दुकानों को तोड़ते हुए नदी में जा गिरा तो,लोग भागने तक का मौका नहीं मिला। पहाड़ी से गिरे भारी भरकम बोल्डर सड़क में न गिरते हुए सीधे दुकानों पर गिरे। नदी से दुकानों की दूरी काफी नजदीक है। ऐसे में अनुमान जताया जा रहा है कि लापता चल रहे लोग मंदाकिनी नदी की तेज धारा में बह सकते हैं। नदी भी विकराल रूप धारण करके बह रही है। बताया जा रहा हैं कि नदी के उपर ही यह दुकाने थीं। घटना में एक नेपाली परिवार के सात लोग लापता चल रहे हैं। एसडीआरएफ,एनडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीम लगातार हो रही बारिश के बीच रेस्क्यू कर,लेकिन लापता चल रहे लोगों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
गौरीकुंड हादसे के संबंध में सीएम धामी ने अधिकारियों से ली जानकारी

सोनप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर हुए इस भूस्खलन की खबर के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय,देहरादून स्थित आपदा कन्ट्रोल पहुंचकर प्रदेश भर में जारी बारिश की स्थिति के संबंध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में हुए हादसे में संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने गौरीकुंड में चल रहे राहत बचाव कार्य में तीव्र गति लाने के निर्देश दिए। साथ ही शासन स्तर से गौरीकुंड क्षेत्र में हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर की जानकारी ली। उन्होंने कहा जिन भी क्षेत्र में जल स्तर बढ़ जाने से बाढ़ की समस्या आ रही है,उन सभी स्थानों पर अलर्ट जारी किया जाए,एवं सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों के आसपास बनी इमारत एवं कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गौरीकुंड में हुए हादसे के बाद लगातार राहत बचाव कार्य जारी है। लापता लोगों को ढूंढने हेतु सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हादसे में मृतक एवं लापता लोगों के परिजनों से भी संपर्क किया जा रहा है। एसडीआरएफ जिला प्रशासन सभी टीमें मौके पर मौजूद हैं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए शासन प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
इस दौरान अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी,प्रमुख सचिव अभिनव कुमार सचिव आपदा रंजीत सिन्हा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने रुद्रप्रयाग हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा,केदारनाथ मार्ग पर मलबे में दबकर मंदाकनी नदी में बहने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को आपदा प्रबंधन की कोशिशें को युद्धस्तर अंजाम दिया गया है। सरकार की तरफ से अत्याधुनिक तकनीक से दुर्घटना में लापता लोगों को ढूंढने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमारी प्राथमिकता जान बचाने की हर संभावना को निर्णायक तरीके से जांचते परखते हुए प्रभावित परिवारों को अधिक से अधिक राहत और मदद पहुंचाने की है। उन्होंने पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं से भी आपदा प्रबंधन एवं राहत कार्यों में प्रशासन एवं पीड़ितों की मदद के लिए आगे आने को कहा है।