उत्तरकाशी जिले के द्रौपती पर्वत चोटी में हुए हिमस्खलन में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान,उत्तरकाशी के 29 पर्वतारोही के फंस गए। जिनमें से 8 ट्रैकर को बचा लिया गया हैं,जबकि 21 अभी भी लापता है। जिनकी तलाश जारी है। एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,सेना और आईटीबीपी के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बताया कि हमने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से इस बारे बातचीत कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने का अनुरोध किया,जिसको लेकर उन्होंने कहा कि हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है।
इन प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ-साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF,सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा। साथ ही नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की तरफ से भी रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। क्रेवास फंसे 8 प्रशिक्षणार्थियों को रेस्क्यू कर निकाला गया है। जबकि 21 लोग अभी भी क्रेवास में फंसे हैं।
आपको बता दें कि नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेशियर में बीते 22 सितंबर से बेसिक,एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। इस बेसिक प्रशिक्षण में 97 प्रशिक्षार्थी,24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी एवं 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे। प्रशिक्षण के दौरान द्रौपती का डांडा के पास एविलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंस गए है।