‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से शनिवार को राजभवन में निदेशक,सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास ब्रिगेडियर अमृत लाल (से नि) ने मुलाकात कर फ्लैग लगाया। इस दौरान राज्यपाल ने ब्रिगेडियर अमृत लाल (से नि) से प्रदेश में सभी सैनिक कल्याण बोर्ड की स्थिति की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के लिए यह दिवस और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है,क्योंकि प्रदेश में लोगों का सेना में बहुत बड़ा योगदान रहा है। प्रदेश में पूर्व सैनिकों की संख्या बहुत अधिक है। देश का पहला परमवीर चक्र विजेता उत्तराखण्ड से रहा है। इसलिए उत्तराखण्ड की जनता का यह कर्तव्य भी बनता है कि इसमें अधिक से अधिक योगदान देकर अपनी सेना के परिजनों का हौसला बढ़ाएं।
राज्यपाल ने सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जनपदों में पूर्व सैनिकों,वीरांगनाओं,वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों एवं उनके परिजनों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक ठोस व्यवस्था बनाई जाए। इस दौरान उपनिदेशक सैनिक कल्याण कर्नल एम.एस.जोधा(से नि),सूबेदार मेजर एम.एल.भट्ट,हेमचंद्र चौबे मौजूद रहे।