
भारत के 16वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है। संसद और देश की विधानसभाओं में कुल 99.18 प्रतिशत जनप्रतिनिधियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उत्तराखंड में भी राष्ट्रपति निर्वाचन प्रक्रिया-2022 उत्तराखण्ड राज्य में सकुशल व निर्विघ्न सम्पन्न हुआ। उत्तराखण्ड में मतदान स्थल का निर्माण विधान सभा भवन में कराया गया था। पूर्वाहन 10 बजे से मतदान प्रारम्भ हुआ।

मतदान करने वालों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी,नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य एवं कैबिनेट मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल,गणेश जोशी,धन सिंह रावत,सुबोध उनियाल,रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा एवं विधायकगण सहित कुल 67 मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान प्रक्रिया को सरल एवं सुगम बनाने के लिए हेल्पडेस्क का भी निर्माण कराया गया था। निर्वाचन प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैनात प्रेक्षक की देखरेख में सम्पन्न हुआ। मतदान सम्पन होने के पश्चात भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार मतपेटी को सील कर नई दिल्ली भारत निर्वाचन आयोग को भेजा गया। मतपेटी को जौलीग्रांट हवाईअड्डे से नई दिल्ली की फ्लाईट से भेजा गया,मतपेटी भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली पहुंच चुकी है।
उत्तराखंड में राष्ट्रपति चुनाव में 70 में से 67 विधायको ने मतदान किया। कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास व कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड स्वास्थ्य कारणों से वोट नहीं डाला पाए। जबकि बद्रीनाथ के विधायक राजेन्द्र भंडारी ने पारिवारिक कार्यक्रम के चलते मतदान नहीं कर पाए। निर्वाचन प्रक्रिया और मतपेटी को जौलीग्रांट हवाईअड्डे पर भेजे जाने की सम्पूर्ण कार्यवाही की वीडियोग्राफी तथा फोटोग्राफी भी कराई गयी।
राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम 21 जुलाई को घोषित किया जाएगा। 24 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे। इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से है।