ANKITA MURDER CASE:-अंकिता भंडारी हत्याकांड के दूसरी बरसी पर कांग्रेस ने किया मौन उपवास,भाजपा ने कहा-कांग्रेस के आरोप दुर्भावनापूर्ण और दिवंगत आत्मा का अपमान

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उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड की दूसरी बरसी के मौके पर राज्य में कांग्रेस ने जगह-जगह प्रदर्शऩ कर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इसी साथ कांग्रेस ने मौन उपवास भी रखा। कांग्रेस के प्रदर्शन और मौन आरोप पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि दुखद अंकिता भंडारी हत्याकांड में निश्चित रूप से न्यायिक प्रक्रिया से इस प्रकरण के सभी दोषियों को कठोरतम दंड मिलेगा। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर जारी राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दिवंगत आत्मा,पीड़ित के परिजनों एवं जनभावनाओं का अपमान भी बताया।

  • न्यायिक प्रक्रिया से प्रकरण के सभी दोषियों को मिलेगा कठोरतम दंड।


प्रदेश अध्यक्ष भाजपा भट्ट ने कहा कि दो वर्ष पूर्व उत्तराखंड की बेटी के साथ हुए इस जघन्य अपराध पर सख्त कानूनी कार्यवाही कर भाजपा सरकार ने नजीर पेश की थी। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देश पर इस दुखद घटना को संवेदनशीलता से लेते हुए,24 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार एवं 48 घंटे में डेड बॉडी को रिकवर किया गया था। आरोपियों पर रासुका लगाकर,महिला डीआईजी के नेतृत्व में एसआईटी घटित की गई। जिसने सभी वैज्ञानिक तकनीक का इस्तेमाल कर अकाट्य सबूत एकत्र किए,जिसके आधार पर न्यायालय में कानूनी प्रक्रिया निर्णायक दौर में चल रही है।
इस दौरान पीड़ित परिजनों और जनभावनाओं का भी पूरा पूरा ख्याल रखा गया है। सरकार की तरफ से उनकी हर संभव मदद की गई है और उनकी सहमति से ही अभियोजन पक्ष की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस पूरे प्रकरण को मुख्यमंत्री ने जिस संवेदनशीलता एवम गंभीरता से लिया,उसका परिणाम हैं कि दोषियों के शीघ्र ही न्यायालय से कठोरतम सजा मिलना तय माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी का डोभ श्रीनगर स्थित नर्सिंग कालेज का नाम दिवंगत अंकिता के नाम से रखा जाना स्वागत योग्य है। यह नामकरण महिला अपराधों के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने का काम करेगा।
उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर दुर्भावना से की जा रही राजनीति के लिए विपक्ष विशेषकर कांग्रेस की कड़ी आलोचना की है। इस दुखद घटना पर हुई जांच और कार्यवाही से पीड़ित परिजन, प्रदेशवासी एवं न्यायलय भी संतुष्टि जता चुका है। उच्च न्यायालय ने एसआईटी जांच को सही ठहराया था और जनता भी लोकसभा समेत 3 अलग अलग चुनावों में अपना रुख सरकार के पक्ष में स्पष्ट कर चुकी है। इतना ही नही,विगत वर्ष इस मुद्दे पर निकाली गई कांग्रेसी यात्रा को भी जनता ने बुरी तरह से नकार दिया था। लेकिन मुद्दाविहीन एवं विचारहीन कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए पीड़ित परिवार के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम करती रहती है।
देवभूमि की महान और विद्वान जनता देख रही है,जो अपनी ही महिला नेत्रियों का सम्मान अपनी पार्टी में नहीं बचा पाते हों और जिनके शासन में अपनी पार्टी से जुड़े नेताओं की बेटियां सुरक्षित नही हो वह इस पीड़ा को नही समझ सकते है। कांग्रेस को महिला सम्मान की बात करने का कोई नैतिक अधिकार नही है।
उन्होंने कहा कि अंकिता की अदालत मे चल रही लड़ाई मे दोषी कड़ी सजा भुगतेंगे। जहाँ तक कांग्रेस की बात है तो जनता की अदालत मे वह दुष्प्रचार की लडाई हार चुकी है और अब भी खामियाजा भुगतेगी।

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