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पूरी दुनिया में इस समय वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीनेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भारत सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी भी दे दी है। लेकिन इस बीच भारत में केरल,हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में कोरोना के साथ-साथ एक और संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। इन राज्यों में बर्ड फ्लू का खतरा तेजी के साथ बढ़ गया है। देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत के बाद सरकारें अलर्ट हैं।
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इसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार पहले से ही सजग हो गई है। हालांकि उत्तराखंड में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई केस सामने नहीं आया है। लेकिन उत्तराखंड में पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए। राज्य के सभी जिलों के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू पर टोल फ्री नम्बर (18001208862) किया जारी किया है। विभाग ने निदेशालय स्तर पर कंट्रोल रूम भी बनाया है।
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मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ब्लॉक स्तर पर गठित रैपिड रिस्पांस टीम के माध्यम से पोल्ट्री फार्म पर निगरानी रखी जाए। प्रदेश में किसी भी क्षेत्र में पक्षियों और मुर्गियों की मौत पर तत्काल टोल फ्री नम्बर पर सूचना देने अपील की गयी है।
पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड के निदेशक डॉ.के.के जोशी ने बताया कि उत्तराखंड में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियात के तौर पर विभाग की ओर से सभी जिलों को गाइडलाइन जारी कर दी गई है। खासतौर पर पोल्ट्री फॉर्म को लेकर विशेष रूप से एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।