भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा रक्षाबंधन के मौके पर उत्तराखंड पैठाणी स्थित रोखड़ा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने दिलबर नेगी के परिवार के साथ राखी का त्योहार मनाया। यह गांव दिल्ली दंगे में जान गवाने वाले दिलबर सिंह नेगी का गांव है।
रक्षाबंधन के अवसर पर उनके गांव पहुंचने से पहले कपिला मिश्रा ने जानकारी दी थी कि राखी के दिन उत्तराखंड के बेटे दिलबर नेगी जी की बहनों के साथ रहूंगा। दिलबर नेगी जी को दिल्ली दंगो के दौरान बड़ी बेरहमी से मार दिया गया था। कोटद्वार, सतपुली होते हुए राखी के दिन दिलबर नेगी जी के घर पहुंच रहा हूं।
अपने वादे के मुताबिक रक्षा बंधन के शुभअवसर पर बीजेपी नेता कपिला मिश्रा दिलबर नेगी के गांव पहुंचे। जहां ग्रामीणों और दिलबर नेगी के परिवार ने कपिला मिश्रा का स्वागत किया। दिलबर नेगी बहनों ने कपिल मिश्रा का राखी बांधी तो वह भावुक हो गई। दिलबर नेगी की माता जी कपिला मिश्रा के उनके घर आने पर भावुकता से उनसे लिपट गई।
इस अवसर पर कपिला मिश्रा ने कहा कि यह क्षण मेरे लिए ही नहीं,पूरे गांव के लिए भावुकता के क्षण है। मेरी बहनों,दिलबर नेगी की बहनों के लिए भावुकता का दिन है। जिन्होंने अपना भाई खोया है। मैंने पहले ही तय किया था कि इस बार मैं रक्षा बंधन पर दिलबर नेगी के गांव आऊंगा। मैंने सोशल मीडिया (ट्विटर) के माध्यम से पहले ही दिलबर नेगी के गांव रोखड़ा आने की सूचना दी थी। आज में यहां पहुंचा हूं। बहुत भावुक हूं,दिलबर नेगी के परिवार से मिला। उनकी बहनों से मिला,बहनों ने मुझे राखी बांधी,बहुत अच्छा लगा कि बहनों ने मुझे राखी बांधी। श्री मिश्रा ने कहा मैं निरंतर यहां आता रहूगां।
आपको बता दें कि पैठाणी के ढाईज्यूली पट्टी स्थित रोखड़ा गांव निवासी दिलबर सिंह पुत्र गोपाल सिंह (19) को 24 फरवरी को दिल्ली दंगे के दौरान गोदाम में जिंदा जला दिया था। दिलबर सिंह दिल्ली के शहादरा में किसी निजी व्यावसायिक प्रतिष्ठान में काम करता था। दंगाइयों ने दिलबर पर उस समय अचानक हमला कर दिया,जब वह गोदाम में सो रहा था।