भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीर जवानों की भूमि सवाड़, देवाल (चमोली) से उत्तराखंड की राज्यव्यापी शहीद सम्मान यात्रा का शुभारंभ किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार और उत्तराखंड की भाजपा सरकार देश के जवानों के कल्याण के लिए कटिबद्ध है। श्री नड्डा ने शहीद सम्मान यात्रा में वीर शहीदों के परिवारों को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक,उत्तराखंड सरकार में मंत्री गणेश जोशी, क्षेत्रीय विधायक महेंद्र भट्ट,विधायक मुन्नी देवी शाह सहित कई सांसद, विधायक,उत्तराखंड सरकार में मंत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष, पंचायत अध्यक्ष, वीर जवानों के परिवार और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे। आपको बता दें कि भाजपा अध्यक्ष आज 15 नवंबर, सोमवार से दो दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड में हैं जहां वे कई संगठनात्मक बैठकें करने वाले हैं।
श्री नड्डा ने उत्तराखंड के निवासियों को इगास के पावन पर्व की अनंत शुभकामनाएं दी और वीर भूमि उत्तराखंड को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखंड के वीर सपूतों ने द्वितीय विश्ववयुद्ध और उसके बाद पेशावर की लड़ाई हो, 1962 की लड़ाई हो, 1965 की लड़ाईहो, 1971 की लड़ाई हो या कारगिल की लड़ाई, देश के लिए हर संग्राम में अपना सर्वोच्च बलिदान किया है और इन सभी संग्राम में सवाड़ गाँव के वीर सपूतों ने अपनी वीरता से न केवल उत्तराखंड,बल्कि देश और पूरी दुनिया में यहाँ का नाम रौशन किया है। उत्तराखंड की वीर भूमि के कण-कण में देशभक्ति,वीरता और देवत्व गुण समाहित है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार में मंत्री श्री गणेश जोशी जी को शहीद सम्मान यात्रा के आयोजन के लिए हार्दिक साधुवाद दिया।
राज्य में आज से शुरू हुई शहीद सम्मान यात्रा 07 दिसंबर तक चलेगी। इस यात्रा के दौरान उत्तराखंड के लगभग 1734 वीर शहीदों के आँगन से मिट्टी एकत्रित की जायेगी और उत्तराखंड में बन रहे सैन्य धाम में इसका उपयोग किया जाएगा। सभी शहीदों को ताम्र पत्र देकर उनके कृतित्व और योगदान को याद किया जाएगा। यह शहीद सम्मान यात्रा राज्य के सभी 13 जिलों और 70 ब्लॉक से होकर गुजरेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि शहीद सपूत किसी एक परिवार के नहीं बल्कि पूरे देश के हैं। देश के सभी परिवार वीर शहीदों के साथ खड़े हैं। मैं उत्तराखंड की जनता से आह्वान करना चाहता हूँ कि आप सब इस यात्रा के भागीदार बनें और इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि हर जगह इस यात्रा का भव्य आयोजन हो कोई शहीद परिवार इससे अछूता न रहे।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि विगत 05 नवंबर को आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदारनाथ की धरती से आदि शंकराचार्य जी की प्रतिमा को देश की जनता को समर्पित किया। आज माननीय प्रधानमंत्री के यशस्वी नेतृत्व में देश में और उत्तराखंड में विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। एक लाख से अधिक सेना के जवान उत्तराखंड की वीर भूमि से आते हैं। लगभग 5 लाख से अधिक एक्स-सर्विसमेन परिवार हैं जो उत्तराखंड के रहने वाले हैं। यहाँ के वीर जवानों ने वीरता का अदम्य परिचय देते हुए परमवीर चक्र,कई अशोक चक्र और महावीर चक्र अर्जित किये हैं। चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ विपिन रावत,पूर्व चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ विपिन चन्द्र जोशी,एडमिरल देवेन्द्र कुमार जोशी (रिटायर्ड) सहित कई बड़े सेना अधिकारी उत्तराखंड की ही धरती से आते हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि वन रैंक, वन पेंशन का मामला 1972 से चला आ रहा था लेकिन 2014 तक यह लागू नहीं हुआ। इस दौरान कांग्रेस की सरकारों ने लगातार फौजी भाइयों को बरगलाया गया, उन्हें गुमराह किया गया और उनकी देशभक्ति का मजाक उड़ाया गया। जब कांग्रेस की यूपीए सरकार की विदाई का वक्त आया तो उन्होंने वन रैंक, वन पेंशन के लिए महज 500 करोड़ रुपये का प्रावधान कर खानापूर्ति कर दी। जब केंद्र में नरेन्द्र मोदी जी की सरकार आई तो वन रैंक,वन पेंशन लागू किया गया। अब तक हमारी सरकार ने इस योजना के तहत 42 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। लगभग 20 लाख भूतपूर्व सैनिकों ने अब तक इस योजना का लाभ उठाया है और उत्तराखंड में भी लगभग 1.16 लाख भूतपूर्व सैनिक लाभान्वित हुए हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस की सरकारों ने रक्षा के साजो-समान की कोई खरीदी नहीं हुई, रक्षा क्षेत्र में आधुनिकीकरण के कोई प्रयास नहीं किये गए। कांग्रेस की सरकार में एक रक्षा मंत्री ऐसे आये जिन्होंने कहा कि कोई फैसला नहीं करना भी एक फैसला होता है। हर रक्षा सौदे में कमीशन कांग्रेस सरकार की पहचान बन गई। कांग्रेस और कमीशन एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। जहां कांग्रेस, वहां कमीशन और जहां भाजपा, जहां एनडीए वहां मिशन। आज 36 राफेल का बेड़ा वायुसेना की रीढ़ बन रहा है, अपाचे, चिनूक, सर्फेस टू एयर मिसाइल, होवित्जर तोपें, आर्टिलरी गन, बुलेट प्रूफ जैकेट, एके 203 गन – किसी चीज की कोई कमी नहीं है। भारत अब बुलेट प्रूफ जैकेट्स का निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा को 74% तक बढ़ाया गया है, कोओर्डिनेशन डिपार्टमेंट ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन व चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ पद का सृजन किया गया है, इंसरजेंसी में लगभग 66% की कमी आई है, सिविल कैजुअल्टी में 79% और सिक्योरिटी कैजुअल्टी में 23% की कमी आई है। प्रोडक्शन के लिए उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में दो डिफेंस कॉरिडोर बनाये गए हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि सीमा से सटे इलाके में तेजी से इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम हुआ है। अब महज 12 से 24 घंटे में रक्षा के साजो समान जरूरत पड़ने पर सीमा पर पहुंचाए जा सकते हैं। कांग्रेस तो कहा करती थी कि सीमा पर सड़कें नहीं बनेगी, विकास नहीं होगा तो दुश्मन आ नहीं पायेगा। कांग्रेस सरकारों की इस किंकर्तव्यविमूढ़ता की नीति के कारण देश को अब तक बहुत नुकसान उठाना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आते ही सीमा पर विकास और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया। 2014 के बाद से सीमा पर 6 टनल बन चुका है और 14 अन्य पर काम जारी है। हिमाचल प्रदेश में ऑल वेदर अटल टनल का निर्माण हुआ है। सीमा पर अब तक लगभग 44 स्ट्रेटजिक ब्रिज का निर्माण हो चुका है। चीन सीमा पर 74 सड़कें बनाई जा चुकी है और चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे ब्रिज बन रहा है।
श्री नड्डा ने कहा कि शहीद परिवारों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति एवं पढ़ाई की व्यवस्था के साथ-साथ वीरांगनाओं के कल्याण के लिए भी योजनायें चलाई जा रही हैं। ऑल वेदर चार धाम सड़क का काफी काम पूरा हो चुका है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के लिए जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। जन-धन, उजाला, उज्ज्वला, हर व्यक्ति को हेल्थ कवर, किसान सम्मान निधि से जन-जन का कल्याण हो रहा है। उत्तराखंड के हर नागरिक के पास आज हेल्थ कवर उपलब्ध है। किसानों को यदि किसी ने सम्मान दिया और उनके उत्थान के बारे में सोचा तो वे प्रधान सेवक श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि देहरादून से दिल्ली को जोड़ने के लिए हमारे मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी एलिवेटेड रोड का निर्माण करा रहे हैं जिससे दिल्ली-देहरादून की दूरी दो से ढाई घंटे रह जायेगी। उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने गेस्ट शिक्षकों की सेलरी 15 हजार रुपये से बढ़ा कर 25 हजार रुपये की है, सरकारी डॉक्टर्स की संख्या को 1800 से बढ़ा कर 2300 किया है, हर जिले में एक नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन स्थापित किया जा रहा है, इसकी पहल भी हमारी सरकार ने की है। चमोली में बद्रीनाथ धाम का मास्टर प्लान भी बन कर तैयार है। बाबा केदार नगरी की तरह ही बद्रीनाथ धाम का भी कायाकल्प होगा। अब पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी, दोनों पहाड़ के काम आ रही है। भव्य सैन्य धाम का भी निर्माण जोर-शोर से चल रहा है। सवाड़ का विकास हमारी प्राथमिकता है।
विपक्ष पर हमला करते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उत्तराखंड की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि उत्तराखंड की जनता ने मिशन वाले को आगे बढ़ाने और कमीशन वालों को घर बैठाने का मन बना लिया है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकारों में जब अथिकारी विकास के लिए टिप्पणी वाला नोट आगे बढ़ाते थे तो मंत्री रुपये वाला नोट समझने लगते थे क्योंकि नो वर्क विदाउट नोट, नो वर्क विदाउट कमीशन इनका पर्याय बन चुका था। लंबी अवधि तक कांग्रेस के कारण देश को नुकसान सहना पड़ा। आज भी जहां-जहाँ कांग्रेस की सरकारें हैं, वे भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई हैं। आज भी कांग्रेस की सरकारों के घपले-घोटाले ही सामने आते रहते हैं। राजस्थान में किस कदर भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है और महाअघाड़ी सरकार में किस तरह महाराष्ट्र में लूट का खेल चल रहा है, इससे पूरे देश की जनता वाकिफ है। यदि उत्तराखंड को आगे बढ़ाना है तो हमें भारतीय जनता पार्टी को एक बार पुनः प्रचंड बहुमत से विजयी बनाना होगा। डबल इंजन की सरकार में ही उत्तराखंड का विकास हो सकता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे सवाड़ की वीरों की इस धरती को नमन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। प्रथम विश्वयुद्ध हो, द्वितीय विश्व युद्ध हो, पेशावर कांड हो, देश की आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद के युद्ध हों। इस धरती के वीरों ने अग्रिम पंक्ति में रहकर अपना कौशल दिखाया है और अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। आज भी इस घाटी के नौजवानों से पूछा जाए कि आप जीवन में क्या करना चाहते हो तो उनका जवाब सेना में जाकर भारत माता की सेवा करना होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये वीरों की वीरता ही है जो ये सुनिश्चित करती है कि कोई भी राष्ट्र शान्तिपूर्वक अपनी उन्नति के मार्ग में अग्रसर हो। ये हमारे देश के लिए गौरव की बात है कि हमारे देश के वीर सैनिकों ने आजादी के बाद हुये हर संघर्ष में अप्रतिम शौर्य का परिचय दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सेना का मूल रूप से एक ही घोषवाक्य रहा है ’’राष्ट्र प्रथम’’ और इसके लिए जवान अपना सर्वस्व अर्पित करने को हमेशा तैयार रहते हैं। उत्तराखंड की देवभूमि ने लाखों वीर सैनिक इस देश को दिये हैं, जिन्होंने अपने अदम्य साहस से दिखा दिया कि देवभूमि ना केवल समस्त विश्व को शान्ति का मार्ग दिखा सकती है, वरन शौर्य और वीरता को भी प्रदर्शित कर सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सैनिक का पुत्र होने के नाते मेरे लिए ये गर्व का विषय है कि मैं आप सबके समक्ष वीर सैनिकों को समर्पित इस कार्यक्रम में उपस्थित हूं। मैंने सैनिक की वीरता तो बाल्यकाल से देखी ही है, उनके परिजनों का संघर्ष भी देखा है। उस मां-बाप का दर्द देखा है, जिसका बेटा सीमा पर देश की आन-बान के लिए लड़ रहा है। उस पत्नी के आंखों के आंसू देखे हैं जो पति के आने की राह जोहते-जोहते कब बीमार हो जाती है, पता ही नही चलता। उन बच्चों की सिसकती हुई किलकारियों को सुना है जो अपने पिता से गले मिलने को व्याकुल हों। कितना संघर्ष है एक सैनिक के जीवन में, परन्तु इसके बावजूद वो दृढ़ता पूर्वक अपने देश के स्वाभिमान को बचाने के लिए हमेशा तत्पर रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों के प्रति केन्द्र एवं राज्य सरकार का समर्पण किसी से छिपा नहीं है। अटल जी का शासन रहा हो या वर्तमान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का शासन हो, देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों व उनके परिवारों को उनका सही हक मिले इसके लिए हर संभव प्रयास किये गये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश मजबूती से आगे बढ़ रहा है। सेना का मनोबल अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। सेना को निर्णय लेने की पूरी छूट है। उन्होंने कहा कि पराक्रम सदैव हमारी सेना के भीतर भरा हुआ था। मगर उस पराक्रम का सम्मान, सैनिकों के जीवन में बदलाव और उनके लिए संवेदनशील होकर निर्णय लेने का काम प्रधानमंत्री ने किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार का प्रयास है कि हम शहीदों के अभूतपूर्व योगदान को हमेशा याद रखें। इसके लिए उत्तराखंड की वीरभूमि में एक सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है। सभी 13 जनपदों के शहीद सैनिकों के घर-आंगन की मिट्टी लाकर उसे सैन्य धाम के निर्माण में शामिल कर उनके बलिदान से आगामी पीढ़ियों को प्रेरणा प्रदान करने का कार्य करेंगे। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा सैनिकों और पूर्व सैनिकों के हित में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। वन रैंक, वन पेंशन की मांग वर्ष लंबे समय से थी, लेकिन इस पर ध्यान सिर्फ मोदी सरकार ने दिया, क्योंकि वे एक सैनिक का दर्द समझते ही नहीं हैं, बल्कि उसे दूर करने की कोशिश भी करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अंत्योदय के अपने अंतिम लक्ष्य को अवश्य पूरा करगी। 2025 तक उत्तराखंड को भारत का अग्रणी राज्य बनाया जायेगा।
केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि मैं इस वीरभूमि को नमन करता हूं। आज हमारे प्रदेश से हर दूसरे परिवार का सदस्य देश सेवा के लिए सेना में भर्ती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति की ओर अग्रसर है।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि वीर शहीदों के सम्मान में राज्य सरकार देहरादून में भव्य सैन्य धाम बनाने जा रही है। इस सैन्य धाम का शिलान्यास के लिए प्रत्येक शहीद के घर-आंगन से पवित्र मिट्टी को कलश में एकत्र कर सम्मान के साथ देहरादून लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में ब्लाक वाइज शहीद सैन्य समारोह आयोजित किए जाएंगे। जिसमें 15 नवंबर को देवाल और थराली ब्लाक का सम्मान कार्यक्रम शहीद स्मारक सवाड़ में शुभारंभ किया गया है। राज्य के सभी 13 जिलों मे यह यात्रा चलेगी। इस दौरान सभी शहीदों के परिवारों को जनपद एवं ब्लाक स्तर पर ताम्रपत्र भेंट कर सार्वजनिक समारोह में सम्मानित भी किया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक महेन्द्र भट्ट,मुन्नी देवी शाह,चमोली के भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट,जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना,शहीद जवानों के परिजन एवं स्थानीय जनता उपस्थित थी।