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उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर पंडों,पुरोहितों का विरोध लगातार जारी है। केदारनाथ में भी देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितों का धरना-प्रदर्शन जारी रही। तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व पर्यटन से यथाशीघ्र बोर्ड को भंग करने की मांग की। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
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उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों और हक-हकूकधारियों के बीच से उठ रहे विरोध के सुरों को थामने की दिशा में उत्तराखण्ड सरकार ने कदम बढ़ाया दिया है। उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित गांव का दौर करने पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार का निर्णय लिया गया है। इस कड़ी में हाई पावर कमेटी गठित की जा रही है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड राज्य के लिए आर्थिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण है एवं उससे राज्य के सभी वर्गों का हित व विकास जुड़ा है। उनका मानना है कि इस आर्थिक गतिविधि को नए आयाम देते हुए स्थानीय उद्देश्य व्यवसायियों एवं हक-हकूकधारियों के हकों को प्रतिकूल प्रभाव ना पढ़ने देने के उद्देश्य से कोई भी नई व्यवस्था को खरा उतरना होगा।
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अतःसर्व हितधारकों से प्रभावी विचार-विमर्श के उपरान्त राज्य सरकार सकारात्मक परिवर्तन,संशोधन करने के पक्ष में है। इस अधिनियम से हुई व्यवस्था परिवर्तन से हितधारकों पर हुए परिणामों का आंकलन करने और व्यवस्था विचलन के विधिक परिणामों के आकलन हेतु एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है। समिति की संस्तुति के आधार पर चारधाम देवस्थानम् बोर्ड की व्यवस्था के संदर्भ में अग्रिम निर्णय लिया जायेगा।