उत्तराखंड में कोरोना महामारी के बीच लगातार बादल फटने की घटनों से दहशत का माहौल बना हुआ है। पिछले दिनों रूद्रप्रयाग,टिहरी और उत्तरकाशी जिले में भी बादल फटने के बाद एक बार फिर से टिहरी जिले के देवप्रयाग में बादल फटने से भारी तबाही की खबर सामने आ रही है। जिससे लोग में दहशत बनी हुई है। देवप्रयाग में बादल फटने से भारी तबाही की बात कही जा रही है।
टिहरी जिले के देवप्रयाग में बादल फटने से इस क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। बादल फटने से इस क्षेत्र में नगर पालिका का बहुउददेशीय भवन समेत दो भवन ध्वस्त हो गए है। इसी के साथ देवप्रयाग में पानी और बिजली की लाइनों को भारी नुकसान पहुंचा है। देवप्रयाग बाजार में भी भारी तबाही की खबर है। बताया जा रहा हैं कि देवप्रयाग स्थित आईटीआई भवन के साथ-साथ कई निजी भवन बादल फटने से जमींदोज हो गए।
देवप्रयाग में बादल फटने की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने टिहरी जिलाधिकारी एवं देवप्रयाग पुलिस से जानकारी ली है। साथ ही अधिकारियों को इस आपदा में प्रभावित हुए लोगों को जल्द से जल्द मदद पुहंचाने के निर्देश दिए है। उत्तराखंड के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने देवप्रयाग में बादल फटने की जानकारी मिलने के बाद कहा कि देवप्रयाग में आपदा की सूचना मिली है। टिहरी गढ़वाल-तहसील देवप्रयाग क्षेत्रांतर्गत शाम लगभग 4 बजकर 45 मिनट पर देवप्रयाग बाजार के ऊपर पहाड़ पर बादल फटने,अतिवृष्टि से देवप्रयाग बाजार के बीच शांता गदेरे में भारी मलबा एवम् पानी आने से क्षति हुई। प्राथमिक दृष्टि से प्राप्त जानकारी के अनुसार,नगर पालिका भवन में निर्मित आई टी आई देवप्रयाग, c s c सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक,फर्नीचर आदि की दुकानें पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुई है। देवप्रयाग बाजार को जोड़ने वाली पैदल पुलिया और श्री दुर्गा शर्मा के भवन पर निर्मित 5 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई है।
हमने देवप्रयाग के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल) और टिहरी को स्थिति से निपटने के लिए रवाना कर दिया गया है। बद्री विशाल की कृपा से किसी की हताहत होने की खबर नहीं है।