उत्तराखंड में कोरोना महामारी के बीच मंगलवार का दिन देवप्रयाग वासियों के लिए बहुत दुःखद रहा। जहां लगातार हो रही बारिश के बीच बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। जिसके बाद देवप्रयाग में दहशत का माहौल बना हुआ है। बादल फटने से इस क्षेत्र में नगर पालिका का बहुउददेशीय भवन समेत दो भवन ध्वस्त हो गए है।
टिहरी जिले के देवप्रयाग के आपदा प्रभावित क्षेत्र में आज मुख्यमंत्री ने दौरा किया। उनके साथ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ.धन सिंह रावत और देवप्रयाग विधायक विनोद कण्डारी, जिलाधिकारी ईवा श्रीवास्तव, एसएसपी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री लगभग 11 बजे पूर्वाह्न आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे जहाँ उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें हर सम्भव सहायता का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर पूरे आपदा क्षेत्र का जायजा लिया और जिलाधिकारी इवा श्रीवास्तव को प्रभावितों को अनुमन्य सहायता जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिहं रावत और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी से देवप्रयाग के लोगों में अपनी नाराजगी भी व्यक्त की,लोगों ने कहां की उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। जिन्होंने बिना सूचना के देवप्रयाग में सड़क कटाना का काम शुरू किया। लोगों ने मुख्यमंत्री और विधायक से मांग की उनके नुकासन की जल्द से जल्द भरपाई की जाए।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने देवप्रयाग आपदा प्रभावित लोगों को हुए नुकसान का आंकलन कर उन्हें तत्काल मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्मयंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है। बादल फटने से इस क्षेत्र में जगह-जगह फैले मलबे को भी जल्द से जल्द हटाया जाए। श्री रावत ने कहां की देवप्रयाग प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जाएगी
आपको बता दें मंगलवार को टिहरी जनपद के देवप्रयाग में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। जिसको लेकर मुख्यमंत्री बुधवार को देवप्रयाग पहुंचे। देवप्रयाग में आई आपदा में पानी और बिजली की लाइनों को भारी नुकसान पहुंचा है। देवप्रयाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है। आईटीआई भवन के साथ-साथ कई निजी भवन बादल फटने से जमींदोज हो गए है। बरसाती नदी में आए उफान से देवप्रयाग स्थित 10 दुकानें बह गई है।