देवभूमि उत्तराखंड में लगातार हत्या और दुष्कर्म घटनाएं बढ़ रही है। यह निश्चित तौर पर देवभूमि के के लिए चिंताजनक है। आए दिन पहाड़ हो रही इस तरह की घटनाओं से महिलाओं के लिए असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। पिछले दिनों सूचना अधिकार से मिली जानकारी के मुताबिक 2001 से साल 2019 तक प्रदेश में दुष्कर्म के 3956 मामले सामने आए हैं। यानी हर साल औसतन 208 मामले सामने आए। यह वह आंकड़ा है जिनमें पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई। देवभूमि के लिहाज से यह स्थिति चिंताजनक है।
इस कड़ी में पिछले दिनों पौड़ी जनपद में एक दलित युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पौड़ी तहसील के एक गांव में दलित युवती के साथ दो लोगों ने दुष्कर्म किया। आरोप है कि मामले में राजस्व पुलिस की ओर से केस दर्ज करने के बाद आरोपियों के परिजनों ने युवती को घर बुलाया और उसकी जमकर पिटाई भी की,युवती के हाथ और पैरों में कई चोटें आई हैं। घटना के बाद से दोनों आरोपी फरार हैं। एसडीएम के आदेश पर मामला रेगुलर पुलिस को सौंप दिया गया है।
पीड़ित युवती जब खुद घायल अवस्था में पौड़ी जिला अस्पताल पहुंची तो। उसने यहां बताया कि बीते 20 मार्च को वह अपने गांव से बाजार जा रही थी। तभी गांव के दो युवकों अमित सिंह और आशीष सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया। बताया जा रहा हैं कि अमित सिंह सेना का जवान है। दुष्कर्म करने वाले युवकों ने घटना के बारे में किसी को बताने पर लड़की और लड़की के परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता का कहना है कि इस बारे में उसकी ओर से राजस्व पुलिस में तहरीर दी गई थी। राजस्व पुलिस में 21 मार्च को दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था लेकिन अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित दलित युवती को न्याय दिलाने के लिए महामहीम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
पौड़ी जनपद में दलित युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में शनिवार को पौड़ी कांग्रेस,अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष बीरबल सिंह मंडागी,आखिल भारतीय युवा कोली समाज के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सिंह राजा कोली,कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्षा कमला रावत,शिल्पकार संगठन के हीरा लाल टम्टा कांग्रेस,अनुसूचित जाती विभाग के पौड़ी जिला अध्यक्ष हरीश चंद्र आर्य एवं विनोद कुमार,वीरेंद्र लाल,धनीराम,ओम प्रकाश,दयाल चंद,पवित्रा देवी,अनिता देवी ने पौड़ी इस घटना में शामिल आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने और इन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाने के लिए पौड़ी जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तराखंड की महामहीम राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य एवं मुख्यमंत्री तीरथ से रावत को ज्ञापन भेजा है।
इन सभी ने इस ज्ञापन के माध्यम से मांग की हैं इस जघन्य घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्तों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए और इनके खिलाफ पोक्सो एक्ट की धाराएं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। इसी के साथ दुष्कर्म पीड़ित युवती के साथ मारपीट करने वाले अन्य लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष एवं तमाम कार्यकर्ताओं ने दुष्कर्म पीड़ित युवती के परिजनों को 10 लाख रूपये का मुआवजा और परिवार को उचित सुरक्षा उपलब्ध करवाने की मांग भी की है।
इस बारे में पौड़ी जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया की इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। जिसकी जांच उपजिलाधिकारी के माध्यम से रेगुलर पुलिस के साथ मिलकर की जा रही है। इस घटना में जो भी लोग शामिल हैं,उन्हें सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी। इस बारे में राजस्व उपनिरीक्षक गजेंद्र दत्त रतूड़ी ने बताया कि इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी ऐक्ट, दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी दिए जाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी घटना के दिन से ही फरार हैं। गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी गई लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल सका।