Dengue Attack:-उत्तराखंड में डेंगू का कहर,कोटद्वार में एक और व्यक्ति की मौत,स्वास्थ्य सचिव ने किया बेस अस्पताल का निरीक्षण,राज्य में लगातार बढ़ रही है डेंगू मरीजों की संख्या

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उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामले चिंता का विषय हो गए है। राज्य में डेंगू 53 नए मरीज मिले हैं। इससे सरकार की चिंता और बढ़ गई है। बढ़ते डेंगू के मामलों से सरकार सतर्क हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार देहरादून जिले में 21,पौड़ी में 2, हरिद्वार में 19,टिहरी में 3,उधमसिंहनगर में 2 और नैनीताल में डेंगू के 6 मामले सामने आए है। राज्य में अभी तक डेंगू के कुल 1315 मामले मिल चुके हैं। 726 मामले देहरादून जिले में आए हैं


राज्य में डेंगू से मरने वालों का आंकड़ा 14 हो गया। देहरादून जिले में अब तक 13 लोगों की डेंगू से मौत हो चुकी है। इस बीच गुरुवार को कोटद्वार में जौनपुर निवासी मनोज नेगी की मौत हो गई है। मनोज नेगी की हालत बिगड़ने पर उसे कोटद्वार बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन उनकी हालत में सुधार न होने से उन्हें देहरादून रेफर कर दिया था। जहां गुरुवार को उनकी मौत हो गई।
इस बीच गुरुवार को स्वास्थ्य सचिव आर.राजेश कुमार कोटद्वार पहुंचे। जहां उन्होंने कोटद्वार बेस अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान डेंगू आइसोलेशन वार्ड में बेस अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन स्वास्थ्य सचिव के सवालों के जवाब नहीं दे पाए। जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने उनकी जमकर फटकार लगाई। स्वास्थ्य सचिव को डेंगू को लेकर कोटद्वार बेस अस्पताल में कई और खामियां भी मिली हैं। स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने सीएमओ पौड़ी डॉ.प्रवीन कुमार को जल्द इन खामियां सुधारने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कोटद्वार बेस अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड,एमआरआई,एक्सरे समेत डेंगू आईसोलेशन वार्ड का निरीक्षण भी किया। डेंगू आईसोलेशन वार्ड के निरीक्षण के दौरान जब स्वास्थ्य सचिव ने वार्ड में भर्ती एक मरीज की प्लेटलेट्स अधिक कम होने पर वरिष्ठ फिजिशियन डॉ.जे.सी ध्यानी और सीएमएस डॉ.विजयेश भारद्वाज से जानकारी ली,तो वह स्वास्थ्य सचिव को जवाब नहीं दे पाए। जवाब न देने पर स्वास्थ्य सचिव ने डॉ.जे.सी ध्यानी से उनकी डिग्री पूछते हुए कहा कि मरीज की हालत गंभीर बनी हुई है,लेकिन डाक्टर के पास मरीज की जानकारी ही नहीं है,न ही मरीज को समय से उपचार मिल पा रहा है। जिसको लेकर उन्होंने डाक्टर की जमकर फटकार लगाई है।


इसके बाद स्वास्थ्य सचिव आर.राजेश कुमार ने डेंगू के मरीजों से भी स्वास्थ्य सुविधाओं के बारें में विस्तार से जानकारी ली। स्वास्थ्य सचिव ने इसके बाद अस्पताल की पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लैब में भी भारी खामियां मिली हैं। लैब में मरीजों के प्लेटलेट्स की रिपोर्ट हाथ से लिखी जा रही थी,जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने रिपोर्ट को कम्प्यूटराइजड करने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने सीएमओ पौड़ी प्रवीन कुमार को कोटद्वार शहर की उन लैबों की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं,जिनमें डेंगू के टेस्ट हो रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि जनपद पौड़ी में डेंगू के 121 केस हैं। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही डेंगू को लेकर एक वृहद अभियान चलाने जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर निगम समेत अन्य विभागों का साथ आवश्यक हैं।
उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर पांच से अधिक डेंगू के मरीज पाए जाएंगे,वहां कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। घर-घर जाकर सोर्स रिडक्शन का कार्य किया जाएगा। शुक्रवार से सभी विभाग एक साथ मिलकर डेंगू को लेकर महाअभियान चलाने जा रहे हैं,जिसमें जिलाधिकारी और सीएमओ पौड़ी डॉ.प्रवीन कुमार को निर्देशित किया गया है।


इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत और नगर अध्यक्ष पंकज भाटिया ने स्वास्थ्य सचिव से भेंट कर बताया कि कोटद्वार बेस अस्पताल में डेंगू को लेकर डाक्टर गंभीरता से कार्य नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते मरीजों की मौत हो रही है। जिस पर स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने जल्द अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए उन्हें आश्वस्त किया। इस दौरान स्वास्थ्य सचिव ने मेडिकल कॉलेज के लिए चिंहित भूमि का निरीक्षण भी किया।