मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये कि त्योहरों के समय में और सजग रहने की आवश्यकता है। त्योहारों के समय भीड़ तेजी से बढ़ेगी। इसके लिए मास्क के उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग एवं विभिन्न माध्यमों से जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाए। स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन, पुलिस एवं अन्य विभागों के बेहतर तालमेल से कोविड पर नियंत्रण के प्रभाव दिख रहे हैं, लेकिन इस तरह की सतर्कता लगातार बरतनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूकता के साथ ही शालीनता से व्यवहार रखा जाय। मास्क का उपयोग न करने पर चालान करना मकसद नहीं होना चाहिए, जो लोग बिना मास्क के घर से बाहर निकल रहे हैं, उन्हें मास्क उपलब्ध कराये जाए एवं मास्क को सही तरीके से लगाने के लिए जागरूक भी किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए अनुशासित तरीके से पैदल मार्च कर जागरूकता अभियान चलाया जाए। इसमें वर्दीधारी विभागों पुलिस, वन विभाग के अलावा मीडिया, समाजिक संगठनों, कर्मचारी संगठनों, छात्र संगठनों, महिला समूहों, किसान संगठनों एवं कोविड विनर्स के माध्यम से पैदल मार्च कर लोगों को जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 02 नवम्बर से 10वीं एवं 12वीं की कक्षाएं स्कूलों में शुरू होंगी, प्रधानाचार्य, शिक्षक एवं कर्मचारी स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क की अनिवार्यता का अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे। सार्वजनिक स्थानों, पर्यटक स्थलों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर जागरूकता के लिए वॉल पेंटिंग कराई जाय।
मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि लोगों को जागरूक किया जाय कि कोविड के लक्षण पाये जाने पर शीघ्र कंट्रोल रूम एवं हेल्पलाईन नम्बर पर कॉल करें। लापरवाही बिल्कुल न बरती जाय। इसके लिए व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाय। सभी जिलों से फ्रंट लाईन वर्कस, को-मॉर्बिड, ओल्ड एज एवं प्रेगनेन्ट महिलाओं की लिस्ट अपडेट रखी जाय। सैंपल टेस्टिंग में पेंडेंसी न रहे। युवाओं को मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए प्रेरित किया जाय। भीड़ वाले स्थानों एवं कार्यालयों में थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से हो।
डीजी लॉ एण्ड आर्डर अशोक कुमार ने कहा कि त्योहारों के दृष्टिगत मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। चालान के साथ ही मास्क भी वितरित किये जा रहे हैं। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। त्योहारों के दृष्टिगत व्यापारिक संगठनों से दुकानों में मास्क एवं सेनीटाईजर की पर्याप्त व्यवस्था एवं नियमों के पालन के लिए समन्वय बैठकें की जा रही हैं।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि राज्य में कोरोना से रिकवरी रेट में सुधार हुआ है। ऑक्सीजन एवं आईसीयू बेड पर्याप्त मात्रा में हैं। उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतया अनुपालन कराया जाय। त्योहारों के दृष्टिगत मानव संसाधन बढ़ाये जाय। होम क्वारंटीन पर रह रहे लोगों के स्वास्थ्य के बारे में नियमित जानकारी ली जाय। 01 नवम्बर से दून मेडिकल कॉलेज, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज एवं अन्य अस्पतालों में ओपीडी चालू करने की तैयारी है।
इस अवसर पर सचिव डॉ. पंकज पाण्डेय, दिलीप जावलकर, एस.ए.मुरूगेशन, आईजी संजय गुंज्याल, अपर सचिव युगल किशोर पंत, डीजी स्वास्थ्य डॉ.अमिता उप्रेती, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारी, एसएसपी एवं सीएमओ उपस्थित थे।