चारधाम यात्रा में जानवरों की मौत पर हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद जागा प्रशासन,सचिव पशुपालन विभाग ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

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चारधाम यात्रा मार्ग पर लगातार हो रही जानवरों की मौत पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई है। नैनीताल हाई कोर्ट ने 600 से अधिक घोड़ों की मौत पर केंद्र-राज्य समेत चारधाम यात्रा के चारों जिलों के डीएम को नोटिस जारी किया है। साथ ही इस मामले को लेकर कोर्ट ने 22 जून तक सरकार से जवाब मांगा है। जिसके बाद राज्य सरकार ने गंभीर होते हुए आधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए है।

नैनीताल हाई कोर्ट की नाराजगी के बाद पशुपालन विभाग भी हरकत में आ गया है। जिसके बाद विभाग द्वारा यात्रा मार्ग पर निरंतर स्थिति का निरीक्षण किया जा रहा है। विभाग द्वारा पशुओं को चिकित्सा एवं उनके मालिकों को दी जा रही सुविधाओं का अवलोकन भी किया जा रहा है।

इस बारे में सचिव पशुपालन विभाग डॉ.वी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में हो रही पशुओं की मृत्यु पर विभाग पूरी तरह से गंभीर है। उन्होंने जानकारी दी कि पशुपालन विभाग यात्रा मार्ग पर निरंतर स्थिति का निरीक्षण कर रहा है। विभाग द्वारा पशुओं को निरंतर चिकित्सा एवं उनके मालिकों को सुविधाएं प्रदान की जा रही है।

उन्होंने जानकारी दी की केदारनाथ यात्रा मार्ग में अभी तक 140 पशुओं की मृत्यु हुई है। विभाग द्वारा अभी तक 6880 पशुओं का निरीक्षण किया गया है। जिनमें 1804 पशुओं को चिकित्सा प्रदान की गई है। तथा 118 पशुओं को यात्रा हेतु अयोग्य पाया गया। इसके साथ ही 91 पशु मालिकों के चालान भी किए गए हैं। 411 पशुओं को यात्रा प्रतिभाग से ब्लॉक भी किया गया तथा 09 एफ आई आर भी दर्ज़ की गई है। साथ ही निरंतर पानी की चारियों की सफाई व्यवस्था की जा रही है।

आपको बता दें कि नैनीताल हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की थी। जिसमें कहा गया था कि चारधाम यात्रा मार्गों पर अभी तक 600 घोड़ों की मौत हो चुकी है। इस याचिका पर कार्यवाहक चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा एवं न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट ने चारधाम से संबंधित उत्तरकाशी,चमोली,रुद्रप्रयाग व अन्य जिलाधिकारियों,पशुपालन विभाग और राज्य सरकार से दो सप्ताह में जबाव दाखिल करने के निर्देश दिए है। साथ ही इस मामले को लेकर एक कमेटी भी गठित करने को कहा है। जिसके बाद से राज्य सरकार और पशुपाल विभाग हरकत में आया हैं और उसने चारधाम यात्रा मार्गों पर लगातार हो रही पशुओं की मौत पर गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए है।