राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रदेश वासियों को हिंदी दिवस के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा है कि हिंदी हमारी मातृभाषा ही नहीं,बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रीय एकता की पहचान भी है। उन्होंने कहा कि भाषा हमारे विचारों,भावनाओं और संस्कारों की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है। हिंदी को समर्थ व सक्षम बनाने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों ने अहम भूमिका निभाई है।
राज्यपाल ने कहा कि हिंदी ने न केवल हमारे देश को एकसूत्र में पिरोने का कार्य किया है,बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की पहचान को मजबूती प्रदान की है। हमें गर्व है कि हमारी भाषा विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। हमें इसे और समृद्ध बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।
राज्यपाल ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि हम हिंदी के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दें और इसे अपने दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम आने वाली पीढ़ियों को हिंदी की महत्ता से अवगत कराएँ और इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर हम हिंदी के प्रचार-प्रसार और अधिक से अधिक प्रयोग करने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री ने भी दी प्रदेशवासियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि हिन्दी हमारी संस्कृति भावनाओं, आकांक्षाओं एवं आदर्शो का प्रतीक है। किसी भी देश की भाषा ही उसकी संस्कृति एवं परम्पराओं से जोड़ने में मददगार होती है। हिन्दी मात्र भाषा ही नही है बल्कि हमारी सभ्यता व संस्कृति की भी पहचान है। हिन्दी देश की एकता एवं अखंडता का भी आधार है। यह हमारी परंपराओं और हमारी विरासत का बोध कराने वाला एक सतत अनुष्ठान भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी वैचारिक निष्ठा हिन्दी के प्रति रही है। हिंदी के गौरव को बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। हिंदी के विकास के लिए जब हम सभी मिलकर कार्य करेंगे, तभी हिन्दी को अपेक्षित सम्मान प्राप्त होगा। हिंदी भारत ही नहीं बल्कि विश्व की सबसे अधिक लोकप्रिय भाषाओं में से एक है। हिंदी एक भाषा के रूप में भारतवासियों के बीच सेतु का भी काम करती है। देश की विभिन्न भाषाओं के साथ सामंजस्य बनाने की ताकत भी हिन्दी भाषा में है।
राजभाषा हिन्दी के गौरव एवं सम्मान के लिये सभी से सहयोगी बनने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी दिवस पर हमें अपने दैनिक जीवन में हिन्दी के अधिक से अधिक प्रयोग का भी संकल्प लेना होगा।