
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में देश का आम बजट 2023-24 पेश कर दिया है। जिसके बाद देश भर से बजट पर प्रतिक्रिया आने लगी है। उद्योगपति एवं सीए मोहन काला ने आम बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बजट सही माने में ऐतिहासिक रहा जिसमें हर सेक्टर को प्रार्थमिकता मिली है। जिससे हर वर्ग,क्षेत्र के विकास और रोज़गार के सृजन का वातावरण बनेगा। साथ में सैलेरी क्लास के अलावा (7 लाख की राहत) HNI को जिन्हें लगभग 43% टैक्स देना पड़ता था,अब 39% ही टैक्स देना पड़ेगा। सरचार्ज 37% से घटाकर 25% कर दिया गया है,MSME को बड़े फ़ायदे हैं।

ग़रीबों को फ़्री अनाज का वितरण एक साल और चलेगा और लगभग 2 लाख करोड़ तक का इसमें खर्चा आएगा। 2023-24 में GDP 7% होने का अनुमान है,जो कि विश्व में सबसे अधिक है। ऐसे बहुत सी योजनाएँ सरकार इस बजट में लेकर आयी है,जो भविष्य में आर्थिक व्यवस्था के लिए बहुत लाभकारी हैं।
लेकिन पहाड़ी राज्यों के पहाडी-गाँवों का भी विकास करना है (strategically too ) तथा पलायन रोकना और रोज़गार पैदा करना है,तो समुद्र तल से 3000 फीट से ऊपर वाले स्थानों में छोटे-छोटे उद्योग खोलने कि स्कीम लायी जानी चाहिये और इन उद्योगों को स्पेशल बेनिफिट दी जाने चाहिए। जिससे 3000 फीट से ऊपर बसे गावों का विकास हो,यह स्कीम ऐसी ही तर्ज पर हो जैसे कि 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी ने पहाड़ी राज्यों के लिये दी थी। पर यहाँ मात्र एक ही बदलाव है,जिसमें समुद्र तल से ऊँचाई की शर्त रखी गई है। यह स्कीम चीन और पाकिस्तान (strategically important) को मध्य रखते हुए भी बहुत महत्वपूर्ण है।