क्या भाजापा में चुनाव की बिसात के नए शिल्पकार हैं अनुराग ठाकुर?

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अरविंद मालगुड़ी

अपने लक्ष्य के प्रति बेहद संजीदा और सकारात्मक रिजल्ट देने के राजनीतिक खिलाडी अनुराग ठाकुर क्या भा जा पा में  चुनाव की बिसात के नए शिल्पकार हैं? जिस प्रकार से गृह मंत्री अमित शाह को भाजापा का चाणक्य कहा जाता है आज कल उनकी टीम के सबसे युवा चेहरे और प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के करीबी माने जाने वाले अनुराग ठाकुर भी अपनी राजनीतिक सूझबूझ से खुद को एक बेहतर और प्रभावी नेता के रूप में स्थापित कर चुके हैं।

हिमाचल में होने वाले विधानसभा के चुनाव में उनकी जनसभाओं में आपार भीड़ उमड़ने के कारण उनकी प्रसिद्धि हिमाचल के हर नेता से ऊपर ही नज़र आती है। भले ही हिमाचल में उनको चेहरा नहीं घोषित किया गया हो पर वो चुनाव की धुरी में नज़र आते हैं। उन्होंने जिस तरह चुनाव को धार दे कर विपक्ष को दबाव में लिया है,वो एक चतुर राजनेता ही कर सकता है। 

हिमाचल में सत्ता-विरोधी लहर यानी इनकंबेंसी को उनका चेहरा ही काम कर पाया है। हिमाचल के चुनाव के बाद उन्होंने लगातार गुजरात में दौरे कर पार्टी को मज़बूत करने का काम किया। उनके दौरे युवाओं को एकजुट करने में पार्टी को सहयोग देते रहे हैं। इन्हीं के बीच दिल्ली के निगम चुनाव में भी वे बहुत ही सक्रिय तरीके से आप को घेरते नज़र आये हैं,ये उनकी पार्टी में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दिखाता है। उनके पिछले रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो उनका परफॉर्मेंस सौ फीसदी रहा है।

लगातार सांसद बने रहने के बाद भी वो जब 2014 में मंत्री नहीं बन सके तो भी उन्होंने संगठन में अपनी सक्रियता बनाए रखी और धैर्य का परिचय दिया,और जब उनको मौका दिया गया तो उन्होंने उस मौके को अवसर में बदल कर अपनी क्षमताओं का परिचय दिया।  बीजेपी ने पहले अनुराग ठाकुर को जम्मू-कश्मीर स्थानीय निकाय चुनाव का प्रभारी बनाया। जिसमें उन्होंने पूरी मेहनत के साथ सबका  ध्यान खींचा। इस लोकल बॉडी के चुनाव की ज़िम्मेदारी उन्होंने बख़ूबी निभाई और पार्टी ने इन चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर पहली बार कश्मीर घाटी में  भी अपनी  उपस्थिति दर्ज़ की थी। तब भी उनका जादू मतदाताओं सर चढ़ कर बोला था और उनके काम करने के तरीके को पार्टी में काफी सरहाना मिली थी।

अनुराग की पहचान एक अच्छे वक्ता के तौर पर भी है। उनके कई संसद में दिए गए भाषण सोशल मिडिया पर वाइरल हो चुके हैं,और जब उनको उत्तर प्रदेश चुनाव में सह प्रभारी बनाकर भेजा गया तो उन्होंने दिखाया कि वो संगठन और चुनावी राजनीति के कितने मंझे हुए खिलाड़ी हैं। उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश का दौरा किया और लगतारा विपक्ष को भी घेरा वो हर महत्वपूर्ण मौके पर उत्तर प्रदेश चुनाव में सबसे आगे रहे और लगातार खुद को मोदी शाह के करीब करते रहे।

जिस तरीके से अनुराग ठाकुर ने यूपी को अपना घर बना लिया और दौरे किये साथ ही चुनाव को एक धार दे कर सबको अपना मुरीद बना लिया। वो जब भी जनता के बीच उतरते हैं। उनके धारदार चुनाव प्रचार बीजेपी कार्यकर्ताओं में अलग ही ऊर्जा देती है और  इसका सीधा असर चुनावी नतीजों में देखने को मिला है। आज जब भी कोई महत्वपूर्ण मुद्दा होता है या सरकार को कोई बात जनता या मीडिया के सामने रखनी होती है तो वो अनुराग को ही सामने करती है।

अनुराग बड़े ही सरल और साफ संक्षिप्त शब्दों में अपनी बात रखने के माहिर हैं। अब अनुराग ठाकुर ने पार्टी और सरकार में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा कर खुद को भाजापा के चुनावी शिल्पकार के रूप में स्थापित कर चुके हैं। जो हमेशा पार्टी को मजबूत और जीत के लिए ही काम  करता हो।