सिक्किम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 19वें वार्षिक कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन इंडिया रीजन,जोन-3 सम्मेलन का किया उद्धघाटन

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सिक्किम की राजधानी गंगटोक में दो दिवसीय राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ (सीपीए)भारत जोन-III सम्मेलन का आगाज हो गया है। जिसका उद्घाटन लोक सभा अध्यक्ष एवं राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ, भारत क्षेत्र के चेयरमैन ओम बिड़ला ने किया। दो दिवसीय सम्मेलन में उत्तर-पूर्वी  राज्यों (आसाम,मेद्यालय, मिजोरम,नागालैंड़,त्रिपुरा,अरूणाचल प्रदेश) विधान सभाओं के आलावा हिमाचल प्रदेश,पंजाब,उत्तराखण्ड़,तेलंगाना तथा राजस्थान विधान सभाओं के पीठासीन अधिकारी भी भाग ले रहे है।

सम्मेलन में भाग लेने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण बुधवार को सिक्किम की राजधानी गंगटोक पहुंची जहां सिक्किम विधानसभा भवन के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। बृहस्पतिवार सुबह सिक्किम विधानसभा भवन पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष सहित कैबिनेट मंत्रियों ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण का स्वागत किया।

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने सभी को संबोधित करते हुए सिक्किम को सम्मेलन की मेजबानी करने पर बधाई दी। उन्होंने सिक्किम के प्राकृतिक सुंदरता की तारीफ करते हुए कहा की सिक्क्म भारत के सपनो को पूरा करना चाहता है सिक्किम ने जैविक खेती,पर्यावरण,पर्यटन काफी प्रगति की है।

उन्होंने कहा की सीपीए भारत जोनIII के सम्मेलन में अलग अलग विषयों पर चर्चा और संवाद किया जाता है ताकि लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से देश के लोकतंत्र को मज़बूत और सशक्त कर सके। शासन और प्रशासन के बीच पारदर्शिता,जनता के प्रति जवाबदेयी और सम्मेलन में चर्चा संवाद से जो निष्कर्ष निकले उससे सारे समाज की सामाजिक और आर्थिक दिशा बदले।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के अनुरूप कार्य करने को कहा। दो दिवसीय सम्मेलन में  निम्नलिखित तीन महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जायेगी।

(I) जनता,नागरिकों के लिए संसद और विधान सभा को अधिक सुलभ बनाना।

 (II) नशीली दवाओं का दुरूपयोग और आगे का मार्ग।

(III) साईबर क्राईम (साईबर बुलिंग) परचर्चा की जायेगी।

सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला,राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह,सिक्किम के मुख्य मंत्री प्रेम सिंह तमांग,सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष अरुण कुमार,अरुणाचल के विधानसभा अध्यक्ष पासंग सोना सहित सभी पीठासीन अधिकारी मौजूद रहे।