कृषि विभाग असम द्वारा गुवाहाटी के पंजाबरी स्थित शिमंत संकरदेव कालखेत्र में प्राकृतिक खेती पर आयोजित “प्राकृतिक खेती सम्मेलन और प्रदर्शनी” में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बीस्वा शर्मा और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी तथा केदारनाथ धाम की प्रतिकृति भी भेंट की।
इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड की कुल कृषि योग्य भूमि में से 2.17 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल को जैविक कृषि के अंतर्गत आच्छादित किया गया है और यह क्षेत्रफल कुल कृषि भूमि का 34 प्रतिशत है। मंत्री गणेश जोशी ने कहा राज्य में प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक कृषि विकास बोर्ड का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा आत्म निर्भर प्राकृतिक किसान योजना के तहत राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष 10 करोड़ की प्राविधान किया गया है। इसके अतिरिक्त 5 करोड़ रुपए से प्राकृतिक कृषि नमामि गंगा कॉरिडोर शुरू की जा रही है।
इस योजना से गंगा तट पर 5 किमी की परिधि में प्राकृतिक कृषि के लिए प्रोत्साहन दिया जायेगा। हमने प्राकृतिक कृषि उत्पाद की मार्केटिंग के लिए 2 डेडिकेटेड एफपीओ का गठन कर रहा है,यह सहकारिता विभाग द्वारा किया जायेगा। इसके साथ ही मंत्री जोशी ने कार्यक्रम के उपरांत गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से भी मुलाक़ात की और उत्तराखंड के कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती पर किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी। कृषि मंत्री ने असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा का विशेष धन्यवाद किया।
कार्यक्रम में गुजरात की प्रथम महिला दर्शना देवी,असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा,ऊर्जा मंत्री नंदिता गोरलोशा,राजस्व मंत्री जोगेंद्र मोहन,अपर मुख्य सचिव आशीष भूटानी,आकाशदीप सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।