उत्तराखण्ड में यूकेडी के बढ़ते जनाधार से घबरा गए हैं विपक्षी दल- मोहन काला

0
915

उत्तराखण्ड क्रांति दल के केंद्रीय कोषाध्यक्ष एवं गढ़वाल संयोजक मोहन काला पिछले कई महीनों से उत्तराखण्ड में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए अपने नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे है। राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति बना रहे है। इस क्रम में मोहन काला कोरोना महामारी के दौरान और वर्तमान में निरंतर श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में गांव-गांव जाकर लोगों से मिल रहे है। उनकी समस्याओं से रू-ब-रू ही नहीं हो रहे हैं,बल्कि उनका समाधान भी कर रहे है। यही वजह भी हैं कि आज उत्तराखण्ड के साथ-साथ श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में लगातार उत्तराखण्ड क्रांति दल का जनाधार बढ़ता जा रहा है।

शनिवार को यूकेडी नेता मोहन काला ने एक बार फिर से अपने कार्यकर्ताओं के साथ से जनसंपर्क अभियान की शुरूआत की,लेकिन जिला प्रशासन द्वारा यह कह कर इस अभियान को रोकने की कोशिश की गई कि कोरोना संक्रमण के कारण आपको इस अभियान को चलाने के अनुमित नहीं दी गई है।

इस बारे जब हमने यूकेडी नेता मोहन काला से बात की तो उनका साफ कहना था कि यह सब राजनीतिक दबाव के चलते किया जा रहा है। जो हम होने नहीं देंगे,हम कोरोना नियमों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से जनसंपर्क अभियान पर निकले है। इस जनसंपर्क अभियना के लिए जिला प्रशासन से अनुमति ली गई थी। साथ ही हमारे कार्यलाय द्वारा प्रशासन को एक दिन पहले ही सूचना दे दी गई थी। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा जान बूझकर हमारी जनसंपर्क यात्रा को रोक गया,हमें अनुमति नहीं दी गई। इसमें निश्चित तौर पर विपक्षी दलों की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही  है। जिन्होंने 20 वर्षों तक इस राज्य की जनता को बारी-बारी से छलने का काम किया और आज जब पूरे उत्तराखण्ड में यूकेडी का जनाधार बढ़ रहा हैं तो इन्हें अपनी सत्ता खिसकती नजर आ रही है। जिसकी बौखलाहट में यह हमारे अभियान को रोकने का असफल प्रयास कर रहे है।

श्री काला ने कहा कि यह बहुत ही गलत हैं कि क्षेत्रिय दल के साथ प्रशासन द्वारा इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। क्षेत्रीय दल का मौलिक अधिकार हैं,वह भी अपनी बात जनता के सामने रखे। जबकि दूसरी तरफ तमाम दूसरे राजनैतिक दल तमाम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मोटर साइकिलों की रैली निकाल रहे है साथ ही अन्य कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहे। क्या शासन-प्रशासन का उनके लिए अलग कानून बनाया हुआ है? मोहन काला ने शासन-प्रशासन के निवेदन किया कि क्षेत्रिय पार्टी के साथ इस तरह का व्यवहार न करें। हमें अन्य दलों की भांति जनसंपर्क करने का मौका दिया जाए। हम कोरोना नियमों का पालन करते हुए जनता से मिल रहे है।

आपको बता दें कि उत्तराखण्ड क्रांति दल उत्तराखण्ड की 70 विधानसभाओं में निरंतर गांव-गांव,शहर-शहर जाकर जनसंपर्क अभियान चला कर पहाड़ के जन मानस से रू-ब-रू हो रहा है। इस कड़ी में उत्तराखण्ड क्रांति दल के केंद्रीय कोषाध्यक्ष एवं गढ़वाल संयोजक मोहन काला श्रीनगर विधानसभा में लगातार जनसंपर्क अभियान चला रहे है। इस दौरान श्री काला भू-कानून,स्वास्थ्य-शिक्षा,रोजगार,स्वरोजगार,मूल निवास 1950 कानून को लागू करने और पहाड़ के नौजवानों के भविष्य निर्माण के लिए अपनी पार्टी की विचारधार एवं योजनाओं से लोगों को अवगत करवा रहे है। श्री काला ने स्पष्ट रूप से जनता का आह्वान किया कि यदि यूकेडी सत्ता में आती हैं तो,इन सभी मुद्दों को लागू किया जाएगा। इन मुद्दों पर जनता का भरपूर समर्थन उत्तराखंड क्रांति दल व मोहन काला मिल रहा है।

इसी बीच यूकेडी ने शांतिपूर्ण तरीके से कोरोना के नियमों का पालन करते हुए अपने जनसंपर्क अभियान का समापन अपने कार्यालय घास्यामहादेव महादेव में किया। इस मौके पर मोहन काला के साथ इस जनसंपर्क अभियान में बड़ी संख्या में बुजुर्ग,युवक व युवतियों और महिलाओं ने भाग लिया। जिनका श्री काला ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विरोधियों ने हमारे खिलाफ कई तरह की साजिशें करना की शुरूआत दिया है। वह पुलिस-प्रशासन का सहारा लेकर यूकेडी को रोकने की कोशिश कर रही है। लेकिन हम रुकने वाले नहीं है। हम पहाड़ की जनता को विकास के असल मायने दिखाने के लिए मैदान में आए है। हमारे साथ पूरा उत्तराखण्ड का चल रहा है। जो अब रूकेगा नहीं,बल्कि 20 साल की झूठ फरेब की राजनीति को समाप्त करने में हमारा सहयोग करेगा।

इस जनसंपर्क अभियान में तमाम युकेडी कार्याकर्ताओं के साथ अंजना घिल्डियाल,नितिन नेगी,जेपी काला,अनूप सिंह बिष्ट,गौरव सिलोरी,आयुष मियां,विकी भंडारी,उपासना भट्ट,मुकेश राणा,दुर्गेश,प्रिया ठकर, दीपक कंडारी,आलोक नवानी,सुनील रावत,सुनील बारगी,विनोद शैली और दीपक भंडारी भी शालि हुए।