प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऊधम सिंह नगर और नैनीताल में विजय संकल्प सभा को संबोधित किया और उत्तराखंड की जनता से एक बार पुनःप्रदेश में शांति,समृद्धि,सुरक्षा और यहाँ की जनता की खुशहाली के लिए भारी बहुमत से भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा यह विधान सभा चुनाव इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। ये चुनाव,अगले 25 साल की बुनियाद को मजबूत करेगा। हमें यह ध्यान रखने की जरूरत है कि नींव जितनी मजबूत होती है, इमारत भी उतनी ही मजबूत बनती है। आजादी के इस अमृतकाल में उत्तराखंड और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का अवसर मिला है।
इस बार उत्तराखंड के विधान सभा चुनाव में आपके सामने कुछ अन्य दल भी हैं। कुछ दल ऐसे हैं जिन्होंने बरसों तक उत्तराखंड से दुश्मनी निकाली और कुछ दल ऐसे हैं जो उत्तराखंड को तबाह करने की नीयत से यहां आए हैं। ये वो लोग आए हैं जिन्होंने कोरोना के कठिन काल में बसें भरकर उत्तराखंडियों को दिल्ली से धकेल दिया था।
कांग्रेस की नीयत और निष्ठा क्या है,इसका अनुमान इनके चुनाव अभियान से, इनके नारों से लगाया जा सकता है। दिल्ली में ये अनेक दशकों तक सत्ता में रहे और इनके नेता यहां सैर-सपाटे के लिए आते रहे। हालांकि तब इनको चार धाम की याद नहीं आई।
प्रधानमंत्री ने कहा इतने सालों तक उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही। तब उत्तराखंड यूपी का ही हिस्सा हुआ करता था लेकिन उस समय भी केदारनाथ धाम की,बद्रीधाम की,गंगोत्री और यमुनोत्री की याद उन्हें नहीं आई। कांग्रेस को कभी भी समझ ही नहीं आया कि उत्तराखंड के लोगों को कनेक्टिविटी के अभाव में कितनी मुश्किल होती है।
कांग्रेस को केवल चार काम आते हैं। पहला-ये जो भी करेंगे वो एक परिवार के हित के लिए करेंगे। दूसरा -ये जो भी करेंगे उसमें भ्रष्टाचार होगा ही होगा। तीसरा -ये तुष्टिकरण की राजनीति करेंगे, योजनाओं में भेदभाव करेंगे और चौथा- बरसों तक परियोजनाओं को लटकाकर रखेंगे।
इस बार के आम बजट में उत्तराखंड के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को और बल दिया गया है। पर्वतमाला प्रोजेक्ट से उत्तराखंड की सड़कें और आधुनिक होने वाली है। यहां के महत्वपूर्ण तीर्थों, मंदिरों और पर्यटक स्थलों को रोपवे से जोड़ने पर स्थानीय लोगों को सुविधा भी मिलेगी और रोज़गार भी मिलेगा।
उन्होंने कहा जितनी ताकत से हम 21वीं सदी की तरफ बढ़ना चाहते हैं,कांग्रेस उतनी ही ताकत से देश और उत्तराखंड को 20वीं सदी में धकेल रही है। ज़रा इनके वादों और इनके इरादों को तो देखिए,ये उत्तराखंड को कहां ले जाना चाहते हैं। ये देवभूमि में क्या करना चाहते हैं? ये लोग जिस यूनिवर्सिटी की बात कर रहे हैं,ये उनकी तुष्टिकरण की राजनीति का जीता-जागता सबूत है लेकिन कांग्रेस तुष्टिकरण की अपनी आदत को छोड़ना ही नहीं चाहती।
प्रधानमंत्री ने कहा हम मेडिकल सीटों में भी लगातार कई गुणा बढ़ोतरी कर रहे हैं। यहां उत्तराखंड में भी मेडिकल कॉलेज का विस्तार कर रहे हैं। अब यहां ऋषिकेश एम्स के अलावा एक सैटेलाइट सेंटर भी शुरु हो रहा है। इस पूरे क्षेत्र को इससे इलाज की बहुत बेहतर सुविधा होगी। कांग्रेस ने उत्तराखंड को प्रोत्साहित करने के बजाय कदम-कदम पर हतोत्साहित ही किया है। यहां की चुनौतियों,यहां की समस्याओं का बहाना बनाते हुए ये उत्तराखंड को अलग राज्य का दर्जा देने से बचते रहे। दशकों तक इन्होंने उत्तराखंड के सपनों, यहां की आकांक्षाओं को कुचला है।
उन्होंने कहा पहले देश में जब किसानों की बात होती थी तो राजनैतिक चश्मे से होती थी। पहाड़ों के छोटे किसानों के बारे में सोचा भी नहीं जाता था लेकिन आज जब सरकार पीएम-किसान निधि देती है तो वो हर किसान के खाते में पहुँचती है।
इस बजट में हमने प्राकृतिक खेती की तरफ बहुत बड़ा कदम बढ़ाया है। गंगाजी के दोनों किनारों पर 5 किलोमीटर के दायरे में केमिकल मुक्त खेती के लिए बहुत बड़ी शुरुआत की जा रही है। इसका लाभ उत्तराखंड के किसानों को विशेष रूप से होने वाला है। पहली बार छोटे किसानों के मुद्दे को भाजपा सरकार की ओर से देखा जा रहा है। जो लोग उत्तराखंड को राज्य के रूप में नहीं देखना चाहते थे,वो लोग उत्तराखंड का विकास होते कैसे देखना चाहेंगे?
आज मैं आप सबसे टेक्नोलॉजी के माध्यम से जुड़ा हूं। लेकिन ये मेरा सौभाग्य है कि इस चुनाव के दौरान मुझे पहली बार रूबरू होकर आप सबके दर्शन करने का मौका मिलेगा। इसलिए मैं 10 फरवरी गुरुवार को उत्तराखंड के श्रीनगर पहुंचूंगा। इस दौरान आपके दर्शन भी करूंगा और आपसे बातचीत भी करूंगा।
आजादी के बाद भी उत्तराखंड के गांव में हमारी वीर माताओं ने अपनी संतानों को राष्ट्र को सौंपा। हमारी वीर बहनों ने अपनों को राष्ट्र रक्षा के लिए तिलक किया। उन सभी बलिदानों को भी देश आज श्रद्धापूर्वक स्मरण कर रहा है।