ऑमिक्रान की ताज़ा स्थिति को लेकर पीएम मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से ली जानकारी कहा-हमें रहना है सावधान एवं सतर्क

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि ऑमिक्रान तेजी से संक्रमित करता है। हमें सावधान,सतर्क रहना है और पैनिक की स्थिति न बने इसका भी ध्यान रखना होगा। त्यौहारों के इस मौसम में लोगों और प्रशासन की अलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं होनी चाहिए। जिस प्रकार केन्द्र और राज्य सरकारों ने प्रो एक्टिव व कलेक्टिव अप्रोच अपनाई है वहीं इस समय की जीत का मंत्र है। इस संक्रमण को हम जितना सीमित रखेंगे परेशानी उतनी ही कम होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के लड़ने का सबसे कारगर हथियार वैक्सीन ही है। भारत में बनी वैक्सीन दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही है और भारत अपने 92% व्यस्क नागरिकों को पहली डोज़ दे दुका है। दूसरी डोज़ की कवरेज भी 70% तक पहुंच चुकी है। भारत 10 दिन के भीतर ही 3 करोड़ किशोरों का भी टीका कर चुका है। राज्यों के पास पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है।

उन्होंने कहा कि हम अपने-अपने राज्यों के फ़्रंट लाइनर्ज़ व वरिष्ठ नागरिकों की बूस्टर डोज़ लगाने की चिन्ता करें। टीकाकरण को लेकर भ्रम फैलाने की किसी भी कोशिश को टिकने नहीं देना है। अफ़वाओं को काउंटर करने की आवश्यकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस लड़ाई में अब हमारे पास दो साल का अनुभव और देश व्यापी तैयारी भी है। सामान्य लोगों की आजीविका व आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान हो,अर्थ व्यवस्था की गति बनी रहे,कोई भी रणनीति बनाते समय इन बातों को ध्यान रखें। ट्रेकिंग और ट्रीटमेन्ट ही संक्रमण को थामने की उचित प्रक्रिया है। कई राज्य सरकार नए अच्छे-अच्छे प्रयोग कर रही है, टैलीमैडिसीन का ज्यादा से ज्यादा उपयोग मरीज़ों को मदद देगा।

केंद्र सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ खड़ी है,पाँच महीने पहले 23 हजार करोड़ रुपए के विशेष पैकिज का सदुपयोग करते हुए अनेक राज्यों ने हैल्थ इन्फ्रा को सशक्त किया। ऑमिक्रान से निपटने के साथ-साथ हमें आने वाले कोई और सम्भावित वैरीयंट के लिए अभी से तैयारी शुरू करनी चाहिए और आपस का समन्व्य बनाए रखना चाहिए। हम सभी सामान्य नागरिकों के सहयोग से, इन परिस्थितियों को भी सफलता से पार करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी के साथ वर्चुअल बैठक के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों को जो भी सुझावों दिए है। हम उन सभी पर तेजी अमल करेंगे,मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में कोविड वैक्सीन की पहली डोज शत प्रतिशत लगाई जा चुकी है।
दूसरी डोज लगाने के लिए और तेजी से काम किया जाए। ‘हर घर दस्तक’ अभियान को पूरी क्षमता के साथ चलाया जा रहा है। पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों व कोरोना योद्धाओं का आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। राज्य की सीमाओं पर रेंडम टेस्ट किये जा रहे हैं।आरटीपीसीआर टेस्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कांटेक्ट ट्रेसिंग के माध्यम संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों की आरटीपीसीआर जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं। कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान विकसित किए गए आईसीयू, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर व अन्य व्यवस्थाओं की जांच सुचारु की गई है।

राज्य में कोरोना जांच के लिए 11 सरकारी और 26 प्राइवेट लैब हैं। वर्तमान में आइसोलेशन बैड 31 हजार से अधिक हैं। जबकि आईसीयू की संख्या 1655 हो गई है। आईसीयू में 53 प्रतिशत वृद्धि की गई है। मार्च 2020 में 116 वैंटिलेटर थे जो कि अब बढ़कर 1016 हो गई है। आक्सीजन सिलिंडर 22420 हैं। आक्सीजन कन्सेंट्रेटर बढ़ा कर 9838 किए गए हैं। ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट में 91 प्रतिशत वृद्धि हुई है। 2097 ऑक्सीजन बेड, 475 एनआईसीयू, 465 पीआईसीयू बच्चों के लिए चालू किए गए हैं।

सामूहिक भागीदारी से ही कोरोना महामारी पर विजय संभव है। इसलिए बुजुर्गों और बच्चों को अति आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर लेकर व पूर्ण सुरक्षा के साथ निकले। मास्क पहने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।