आज मैं हूं कलयुग में भगवान विष्णु के साक्षात प्रमाण के पावन स्थान भगवान वेंकटेश्वर बाला जी के सुखद सानिध्य में हूं। प्रभु वेंकटेश्वर या बालाजी भगवान विष्णु अवतार ही है,ऐसा माना जाता है कि श्रीहरि विष्णु जी ने कुछ समय के लिए स्वामी पुष्करणी नामक सरोवर के किनारे निवास किया था। यह सरोवर तिरुमाला के पास स्थित है। तिरुमाला-तिरुपति के चारों ओर स्थित पहाड़ियाँ,शेषनाग के सात फनों के आधार पर बनीं ‘सप्तगिरि कहलाती हैं।
भगवान बाला जी की साक्षात शक्ति का प्रत्यक्ष प्रमाण यहां आने पर स्वयं हो जाता है,माना जाता है कि कलियुग में मोक्ष प्राप्ति के लिए भगवान वेंकटेश्वर के आशीर्वाद की आवश्यकता होती है। इसीलिए यहां प्रतिदिन 1 लाख से अधिक भक्त दर्शन के लिए आते हैं। तिरुचनूर में देवी पद्मावती का मंदिर है जो तिरुपति से पांच किलोमीटर दूर है। यह मंदिर भगवान वैंकटेश्वर की पत्नी श्री पद्मावती को समर्पित है। कहा जाता है कि तिरुमला की यात्रा तब पूरी नहीं हो सकती जब तक इस मंदिर के दर्शन नहीं किए जाते। पुराणों के अनुसार भगवान वैंकटेश्वर श्री विष्णु और पद्मावती स्वयं लक्ष्मी ही है।
मैंने भी भगवान तिरुपति बाला जी के दिव्य दर्शन का लाभ लिया और सभी के सुखद,शांति पूर्ण जीवन की कामना की।
ॐ श्री वेंकटेश्वराये नमो नमः.
श्रीमन नारायण नमो नमः.
तिरुमल तिरुपति नमो नमः.
जय बालाजी नमो नमः