
राजभवन में बुधवार को स्माइल सुजोक फाउंडेशन द्वारा ‘10वां उत्तराखण्ड सुजोक महोत्सव’आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि)ने प्रतिभाग करते हुए फाउंडेशन की ओर से सुजोक के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे डॉक्टर्स को सम्मानित किया। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों से आए सुजोक चिकित्सा विशेषज्ञ,चिकित्सक एवं स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि यह महोत्सव वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति ‘सुजोक’ के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में नवाचार की दिशा में सार्थक प्रयास है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केवल रोगमुक्ति नहीं,बल्कि शारीरिक,मानसिक एवं सामाजिक समृद्धि की अवस्था है,सुजोक थेरेपी इसी समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करती है। उन्होंने कहा कि सुजोक जैसी सरल उपचार प्रणाली से लोगों को कम लागत में प्रभावी उपचार उपलब्ध कराया जा सकता है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि उत्तराखण्ड आयुर्वेद,योग और प्राकृतिक चिकित्सा की समृद्ध भूमि रहा है। देश और राज्य को स्वास्थ्य की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमें ऐसी वैकल्पिक चिकित्सा प्रणालियों को प्रोत्साहित करना होगा,जो कम लागत,कम संसाधनों में सुलभ,प्रभावी और वैज्ञानिक हों।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में,जब हमारे खान-पान हमारी जीवनशैली में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं,ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति का स्वस्थ रहना न केवल उसकी स्वयं की भलाई के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस महोत्सव के आयोजन के पीछे केवल एक चिकित्सा पद्धति का प्रचार ही नहीं,बल्कि समग्र स्वास्थ्य की भावना गहराई से निहित है,जिसमें चिकित्सा केवल अस्पतालों और डॉक्टरों तक सीमित न होकर जन-जन की पहुंच में हो,सरल हो,सुलभ हो,और सबसे महत्वपूर्ण यह कि चिकित्सा प्राकृतिक हो।
इस अवसर पर राज्यपाल ने इंटरनेशनल सुजोक एसोसिएशन उत्तराखण्ड के अध्यक्ष डॉ.सुभाष चौधरी एवं स्माइल सुजोक फाउंडेशन की सराहना की और कहा कि यह संस्था समर्पण भाव से जनसेवा में लगी है। कार्यक्रम में प्रथम महिला गुरमीत कौर,विधायक सविता कपूर,सचिव दीपक कुमार,इंटरनेशनल सुजोक एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट अशोक कुमार कोठारी,डॉ.पावन वाधवन,गुरमीत चौधरी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।