उत्तराखंड में अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देषानुसार तथा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा की संस्तुति तथा प्रदेष महिला कांग्रेस प्रभारी परमिंदर कौर से प्राप्त पत्र के क्रम में उत्तराखण्ड प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सहित चार वरिष्ठ उपाध्यक्षों के पद यथावत रखते हुए प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यकारिणि को भंग कर दिया गया है।
इस बारे जानकारी देते हुए प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला नें बताया की हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव के परिणामों को दृष्टीगत रखते हुए प्रदेश कार्यकारणी,जिला अध्यक्ष,जिला कार्यकारिणी, ब्लॉक अध्यक्ष,ब्लॉक कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है। उन्होंने कहा शीघ्र ही नई कार्यकारणी का गठन किया जायेगा।
प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि महिलाएं सशक्त है,कमजोर नहीं है,क्योंकि महिला वो हैं,जो अपना परिवार चलाती हैं,घर के काम से लेकर बाहर के काम तक करती हैं,महिलाओं को अपने आप को कमजोर नहीं समझना चाहिए और जो भी कार्य उन्हें सौंपा जाए उसे पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करना चाहिए। अगर महिलाएं ठान ले तो बहुत से परिवर्तन समाज में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सब एकजुट होकर चलें तो महिला कांग्रेस को दूर तक ले कर जा सकती है।
उन्होनें कहा आने वाले समय में पार्टी को मजबूती मिलेगी तथा आने वाले पंचायत,नगर निकाय एवं लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं की बदौलत पार्टी फिर से राज्य में अपना परचम लहरायेगी।
उन्होनें कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस सदी में बहुत बडी-बडी हार और जीत देखी हैं। उसके बाद हमेशा पार्टी और मजबूती के साथ उभर कर आई है। अनादिकाल से महिलायें समाज की पथ प्रदर्शक रही हैं उन्होंने समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है। विश्व में भारतीय नारियों का एक महत्वपूर्ण स्थान है,भारतीय नारियों ने हमेशा हर क्षेत्र में चाहे विज्ञान और तकनीक का क्षेत्र हो चाहे राजनीति का, हर क्षेत्र में कुशल नेतृत्व किया है।