राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रविवार को राजभवन आवासीय कॉलोनी में बालिका आत्मरक्षा एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया। इस केंद्र में विशेषज्ञों द्वारा आत्मरक्षा की विभिन्न तकनीकें जैसे कराटे,ताइक्वांडो और मार्शल आर्टस सिखाई जाएगी जो बालिकाओं को किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सक्षम बनाएगी। इसके साथ ही इसमें बच्चों को कंप्यूटर का आधारभूत ज्ञान और अन्य तकनीकी कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- ‘‘बालिका आत्मरक्षा एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र’’ का राज्यपाल ने किया शुभारंभ।
- राज्यपाल ने राजभवन की पत्रिकाओं ‘‘देवभूमि संवाद’’ और ‘‘नन्दा’’ का विमोचन किया।
- राज्यपाल ने राजभवन परिसर में सगंध पौध वाटिका(एरोमेटिक गार्डन) का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस केंद्र को बनाने का उद्देश्य बालिकाओं को आत्मरक्षा कौशल साथ-साथ डिजिटल युग में सक्षम बनाने के लिए आवश्यक कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि यह समय बालिकाओं को आत्मनिर्भर और उन्हें हर चुनौति के लिए तैयार करना है। यह केन्द्र बालिकाओं को न केवल आत्मरक्षा सिखाएगा बल्कि कंप्यूटर प्रशिक्षण के माध्यम से उनकी शिक्षा और करियर की दिशा में सहायक होगा। उन्होंने इस सेंटर का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता के चेक भी दिए।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने राजभवन की पत्रिकाओं ‘‘देवभूमि संवाद’’ और ‘‘नन्दा’’ का विमोचन किया। राजभवन उत्तराखंड की पत्रिका देवभूमि संवाद का प्रकाशन प्रत्येक 06 माह में किया जाता है। इस पत्रिका में राज्यपाल के विभिन्न कार्यक्रमों,बैठकों, भाषणों सहित अन्य गतिविधियों का संकलन है। जबकि त्रैमासिक पत्रिका नन्दा में विविध एवं समसामयिक विषयों पर लेख और विविध विषयों पर आधारित विशेषांक प्रकाशित किए गए हैं।
इस दौरान राज्यपाल ने राजभवन परिसर में सगंध पौध वाटिका (एरोमेटिक गार्डन) का उद्घाटन किया। इस वाटिका में विभिन्न प्रकार के 51 औषधीय एवं सुगंधित पौधे लगाए गए हैं,जिनमें तुलसी,तिमुर,लेमनग्रास,जेरेरियम,पुदीना और थूजा जैसे पौधे प्रमुख हैं। इन पौधों का उपयोग न केवल खुशबू और सौंदर्य के लिए किया जाता है, बल्कि इनसे स्वास्थ्य संबंधी कई लाभ भी मिलते हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह वाटिका न केवल पर्यावरणीय दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है,बल्कि सगंध और औषधीय गुणों से परिपूर्ण पौधों के महत्व को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यहां के पौधों और जड़ी बूटियों,पादपों से बनने वाले इत्र और परफ्यूम विशेष हैं,इस प्रकार के प्रयास हमें एरोमेटिक हब बनाने में सहायक होंगे।
इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर,सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन,अपर सचिव स्वाति एस.भदौरिया,उप सचिव जी.डी.नौटियाल,वित्त नियंत्रक डॉ.तृप्ति श्रीवास्तव,संयुक्त निदेशक सूचना डॉ.नितिन उपाध्याय,संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ.रतन कुमार, उद्यान अधिकारी दीपक पुरोहित,सहायक अभियंता लो.नि.वि. विजय धस्माना,अमित सेमवाल सहित राजभवन के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।