मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकी मुठभेड़ के दौरान उत्तराखंड के दो जवानों के शहीद होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और योगंबर सिंह ने देश सेवा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है। मुख्यमंत्री ने दोनों शहीद जवानों के परिजनों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य रखने की कामना की है।
आपको बता दें जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारतीय सेना के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है और उन्होंने आतंकियों को घेर लिया। आतंकी मुठभेड़ में उत्तराखंड के दो जवान शहीद हो गए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ही जवान गुरुवार को घायल हो गए थे।
जिन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। शहीद राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी जिला टिहरी और रायफलमैन योगंबर सिंह जिला चमोली के रहने वाले थे।
विमान गांव के रहने वाले शहीद राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी के घर में इनके पिता साहब सिंह,माता विजा देवी और बूढ़ी दादी रुकमा देवी के साथ-साथ पत्नी पार्वती और 2 साल का बेटा प्रियांक के हैं। विक्रम सिंह नेगी के शहीद होने की खबर के बाद से उनके गांव और घर में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। शहीद की बूढ़ी दादी विक्रम के आने की रहा देख रही है,शहीद विक्रम डेढ़ महीने की छुट्टी काट कर जुलाई में ही ड्यूटी पर गए थे।
इसी के साथ चमोली रहने वाले जवान रायफलमैन योगंबर सिंह शहीद हो गए है। जानकारी के अनुसार योगंबर सिंह अपने पीछे पत्नी कुसुम, 6 माह का पुत्र अक्षित छोड़ गए। उनके परिवार में पिता वीरेंद्र सिंह,माता जानकी देवी,भाई वासुदेव सिंह,प्रशांत और बहन जया हैं।