निगम पार्षद वीर सिंह पवार पूर्वी दिल्ली नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन बनने पर उत्तराखण्ड प्रवासियों में खुशी की लहर है। उत्तराखंड मूल के दिलशाद गार्डन वार्ड के निगम पार्षद वीर सिंह पंवार पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) की सबसे महत्वपूर्ण समिति-स्थायी समिति के अध्यक्ष (Chairman-Standing Committee) बने है।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमिटी का चेयरमैन बनने पर उत्तराखण्ड मूल के निवासियों उनको स्वागत किया। आपको बता दें वीर सिंह पंवार गढ़वाल हितैषिणी सभा के वरिष्ठ सदस्य व सलाहकार भी है। ईडीएमसी में पीठासीन अधिकारी ने जब वीर सिंह पंवार के निर्वाचन की घोषणा की तो ईडीएमसी के मुख्यालय में गढवाल हितैषिणी सभा के सदस्यों व उत्तराखण्ड समाज के अन्य प्रबुद्धजनों ने फुल मालाओं से उनका स्वागत किया।
इस मौके पर अर्जुन सिंह राणा, जगत सिंह असवाल,गजेन्द्र असवाल,राजेश डंडरियाल,श्याम लाल, राकेश बुडाकोटी,आदित्यराम कोटनाला,विनोद ढौंडियाल, उदयराम ममगांई राठी,उत्तराखंड भ्रातृ मंडल दिलशाद गार्डन के अध्यक्ष निर्मल सिंह धनोला,राधाकृष्ण उनियाल,हरीश रावत, महेश शर्मा,भास्कर सुयाल सहित उत्तराखण्ड समाज के तमाम लोग मौजूद थे।
उत्तराखण्ड समाज के लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरल स्वभाव के मृदुभाषी वीर सिंह पंवार आम आदमियों के खास आदमी हैं। जनता के हर दुःख-सुख के साथी हैं। जब भी जिसने पंवार जी को याद किया, एकदम उपस्थित हो जाते हैं जी भाईसाहब के साथ। उनके दैनिक जीवनचर्या व व्यक्तित्व में निगम पार्षद बनने से कोई विशेष फर्क नहीं पड़ा, श्री पंवार का स्वभाव आज भी वैसे ही है जैसा की निगम पार्षद बनने से पूर्व था।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमिटी का चेयरमैन बनने पर ईडीएमसी मुख्यालय उत्तराखंडीमय हो गया था। ढोल,नगाड़े, बैंड बाजे व पहाड़ी ढोल-दम्मो व मश्कबीन की गूंज से पूरा मुख्यालय गूंज रहा था। पहाड़ का हर व्यक्ति वीर सिंह पंवार को बधाई देने ईडीएमसी मुख्यालय पहुंचा था।
आपको बता दें कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में स्थाई समिति के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के लिए बीजेपी पार्षदों ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया। दोनों ही पद का निर्वाचन 16 जुलाई को होना था। पूर्वी दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी बहुमत में है। ऐसे में दोनों ही पद पर भाजपा पार्षदों का जीतना तय था। दिलशाद गार्डन वार्ड से भाजपा पार्षद वीर सिंह पंवार ने स्थाई समिति अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। जिसमें वीर सिंह पंवार विजयी हुए।