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भाजपा ने संसद में वक्फ बोर्ड पर पेश जेपीसी रिपोर्ट का स्वागत करते हुए,विपक्षी हंगामे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। राज्यसभा सांसद एवं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि वर्ग विशेष के तुष्टिकरण के लिए ही विपक्ष,देश तोड़ने वाले इस कानून में संशोधन का विरोध कर रहा है।
- तुष्टिकरण के लिए विपक्ष कर रहा देश विरोधी कानून मे संशोधन का विरोध।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी सरकारों में संविधान की भावनाओं के खिलाफ वक्फ बोर्ड और मुस्लिम पर्सनल लाॉबोर्ड जैसे विभाजनकारी कानून लेकर आई। बाद में उसी वक्फ कानून को असीम ताकत देकर भू संपदा का भस्मासुर बना दिया। ऐसे में जब पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार जब वक्फ बोर्ड संशोधन बिल लेकर आई तो विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और जेपीसी गठित करने की मांग की। जिसपर संवैधानिक प्रक्रिया अपनाते हुए, सरकार ने इस मुद्दे पर जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी बनाई।
लेकिन वहां भी कमेटी की सभी बैठकों में विपक्षी सांसदों ने जबरदस्त हंगामा किया और कई बार तो उनके घायल होने की नौबत तक आई। अब 6 महीने की चर्चा में वहां सभी पक्षों को सुना गया और आज दोनों सदनों में रिपोर्ट पेश की गई। लेकिन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी सांसदों का रुख हंगामा और बॉयकॉट तक ही सीमित रहा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के रवैए से एक बात तो पूरी तरह स्पष्ट हो गयी है कि उनका उद्देश्य चर्चा करना कतई नहीं है। उनके सांसद सिर्फ अपनी पार्टी के राजनीतिक एजेंडे को बढ़ाने में लगे रहे। विपक्ष रिपोर्ट से अपना पक्ष डिलीट करने का झूठा आरोप लगा रहा है। जबकि संसदीय कार्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि रिपोर्ट से किसी बात को डिलीट नहीं किया गया है। इसके बावजूद विपक्ष ने जिस तरह का गैरजिम्मेदार व्यवहार दोनों सदनों में किया, उसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है। उनकी ये तुष्टिकरण की राजनीति है और देश को कमजोर कर रही है। हालांकि उनके बड़े नेता,सदन के बाहर भारत स्टेट के खिलाफ लड़ने की देश विरोधी बात कहते हैं। लेकिन सदन के अंदर कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों का रुख बताता है कि वे देश तोड़ने वाली शक्तियों के हाथ मजबूत करना चाहते हैं।