टिहरी में राजकीय सुमन संयुक्त चिकित्सालय से 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज फरार,स्वास्थ्य महकमें में मचा हडकंप

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उत्तराखंड में हर रोज कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है। सरकार लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए कड़े से कड़े कदम उठा रही है। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में हर दिन पुराना रिकॉर्ड टूट रहा है। रोजाना रिकॉर्ड स्तर पर कोरोना संक्रमण के नए केस आ रहे हैं और सर्वाधिक मौत हो रही हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 261,500 नए कोरोना केस आए और 1501 संक्रमितों की जान चली गई है,हालांकि 1,38,423 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं।

उत्तराखंड की बात करें तो उत्तराखंड में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के आंकडे अब डरा रहे है। उत्तराखंड में नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। राज्य में तीन दिन से लगातार दो हजार से ऊपर मामले आ रहे हैं। इस बीच टिहरी से कोरोना को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। जो पूरे राज्य के लिए घातक साबित हो सकती है। टिहरी जिले के नरेंद्रनगर के राजकीय संयुक्त सुमन चिकित्सालय में बनाये गये कोविड केयर सेंटर से 20 कारोना पाजिटिव मरीजों के फरार होने की खबर आ रही है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।

टिहरी जिले के  राजकीय सुमन संयुक्त चिकित्सालय  नरेन्द्रनगर में भर्ती 20 कोरोना पाजि़टिव मरीजों के भाग जाने से जहाँ जिले के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।वहीं क्षेत्र में दहशत फैल गयी है। यह 20 कोरोना पाजि़टिव मरीज देश के विभिन्न प्रांतों से बताए जा रहे है। जिनमें दो मरीज उत्तराखंड के भी हैं। मरीजों के अचानक गायब होने का पता अस्पताल प्रशासन को  17 अप्रैल शाम को तब  लगा जब मरीजों की देख भाल करने वाले डाक्टर वार्डों में पहुंचे। लेकिन जब यहां कोरोना पाजिटिव मरीज नहीं मिले तो उन्होंने इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन और पुलिस को दी। जिसके बाद से पूरे टिहरी जिले में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।

राजकीय सुमन संयुक्त चिकित्सालय  नरेन्द्रनगर में भर्ती 20 कोरोना पाजि़टिव मरीजों के गायब होने की सूचना जैसे ही सीएमओ डा सुमन आर्य व एसडीएम युक्ता मिश्र को मिली तो वह मौके का मुआयना करने कोविड सेंटर पहुंचे। जिसके बाद फरार कोरोना मरीजों के खिलाफ नरेंद्रनगर अस्पताल के सीएमएस ने तहरीर दी है। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। घटना के बाद अस्पताल भी भारी संख्या में पुलिस बल भी सुरक्षा को देखते हुये तैनात किया गया है। 

बताया जा रहा हैं कि 17 अप्रैल को राजकीय सुमन संयुक्त चिकित्सालय  नरेन्द्रनगर में 38 कारोना के मरीज भर्ती थे। जिनमें से अचानक 20 कोरोना पाजि़टिव मरीज फरार हो गए। जिनके बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। ऐसे में आंशका जाहिर की जा रही हैं कि यह 20 मरीज जहां-जहां गए हैं,वहां-वहां कोरोना संक्रमण फैल सकता है। इन मरीजों को फररा होने की सूचना उच्चाधिकारियों को भी दी है। जिसके बाद रात को मौके का एसडीएम व सीएमओ ने मुआयना किया। उच्चाधिकारियों को आदेश पर इन फरार मरीजों को टिहरी,देहरादून,हरिद्वा और टिहरी के आस-पास के गांव में ट्रेस करने का प्रयास किया गया,लेकिन अभी तक इन फरार मरीजों को बारे में किसी प्रकार की सूचना नहीं मिल पा रही है।

इस बारे में टिहरी की सीएमओ डा०सुमन आर्य का कहना हैं कि इन फरार मरीजों उत्तराखंड के 2, उत्तर प्रदेश के 4, राजस्थान के 7, हरियाणा के 3 व उड़ीसा 4 से मरीज शामिल है। डा०सुमन आर्य 17 अप्रैल को कोविड से एक महिला की मौत हुई थी। जिसकी बाडी दोहपर में लगभग दो बजे के निकट परिजनों को सुपुर्द करने का काम नरेंद्रनगर डीसीएचसी में किया जा रहा था। उसी दौरान नये 6 कोरोना पेशेंट भी भर्ती होने आये थे। उस दौरान अस्पताल में भीड़भाड़ के साथ ही अफरातफरी का माहौल था। इस बीच मौके का फायदा उठाकर 20 कोरोना मरीज फरार हो गये। कोविड केयर सेंटर के भीतर बिना वजह आवाजाही न होने के चलते फरार मरीजों की जानकारी किसी को भी नहीं लगी। लेकिन जब रात को डाक्टर और स्टाफ इस सेंटर में इन मरीजों को खाना देने गए। तब पता चला की 20 कोरोना मरीज फरार हो गये हैं। जिन्हें ढुंढने का भी प्रयास किया गया जा रहा है, लेकिन कुछ पता नहीं चला है। इस मामले में स्थानीय थाने में तहरीर दी गई है।

इस घटना के बाद से उत्तराखंड के तमाम उच्चाधिकारियों ने इन फरार मरीजों से अपने आस-पास के अस्पतालों और कोविड सेंटरों में लौटने की अपील भी की है। ताकि उत्तराखंड में कोरोना बम फुटने से रोका जा सके। इसी के साथ पुलिस-प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अलर्ट कर दिया गया हैं,और फरार मरीजों की तलाश लगातार जारी है।