उत्तराखंड आपदा प्रभावितों की मदद के लिए हंस फाउंडेशन ने बढ़ाया हाथ,मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान की 11 करोड़ की धनराशि

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उत्तराखंड में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश,भूस्लखन और आपदा से भारी नुकसान का अनुमान लगया जा रहा है। भारी बारिश के कारण कई नदियां नाले उफान पर आ गए है। राज्य में कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण जानमाल का नुकसान भी हुआ है। देहरादून के मालदेवता क्षेत्र,मसूरी,रायपुर ब्लाक और पिथौरागढ़ जिले के सीमांत इलाके और भारत-नेपाल सीमा से सटे धारचूला में भारी बारिश के बाद भारी नुकसान हुआ है।

राज्य में कई स्थानों पर सड़क मार्गों और पुल-पुलियों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में भारी नुकसान की खबरें है। ऐसे में एक बार फिर से हंस फाउंडेशन इस आपदा की घड़ी में राज्य के साथ खड़ा हुआ है। हंस फाउंडेशन ने आपदा ग्रस्त क्षेत्रों एवं आपदा प्रभावितों की मदद के लिए एक बार फिर से हाथ बढ़ाएं है। जिसके तहत हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने आपदा प्रभावितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 11 करोड़ की धनराशि प्रदान की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में हंस फाउण्डेशन के संस्थापक माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने आपदा पीड़ितों के सहयोग के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु मुख्यमंत्री को 11 करोड़ रूपये का चेक सौंपा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हंस फाउण्डेशन के संस्थापक माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा राज्य सरकार को समय-समय पर सहयोग दिया जाता है। राज्य में जब भी कोई आपदा आती है या जरूरतमंदों को कोई जरूरत होती है,तो हंस फाउण्डेशन सेवा के कार्यों में हमेशा आगे आता है। कोरोना काल में भी हंस फाउण्डेशन द्वारा अनेक तरह से सेवा के कार्य किये गये। शिक्षा-स्वास्थ्य एवं अन्य क्षेत्रों में हंस फाउण्डेशन द्वारा राज्य सरकार को लगातार सहयोग दिया जा रहा है।

सीएम धामी ने कहा हंस फाउंडेशन के संस्थापक माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी का आशीर्वाद हमेशा से राज्य के लोगों के साथ रहा है। इससे पहले भी माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी पिछले वर्ष राज्य में आई प्राकृतिक आपदा के बाद राज्य को उभारने और प्रभावित लोगों की मदद के लिए राज्य के साथ खड़े हुए थें,और आपने राज्य को बहुत मदद की थी। इसके लिए मैं राज्य की जनता की ओर से पूज्य माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी का कोटि-कोटि आभारा व्यक्त करता हूं।

इस अवसर पर माताश्री मंगला जी ने कहा कि कि उत्तराखंड में आई आपदा में हमारे पहाड़ी क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। पिथौरागढ़,रायपुर,मालदेवता और तमाम दूसरे क्षेत्रों में भारी बारिश के वजह से लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ा है। कई सड़क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए है। निश्चित तौर पर यह समय बहुत संकट का है। इस आपदा में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें टूटने से वह शहरों से पूरी तरह से कट चुके हैं।

माता मंगला जी ने कहा कि हम हमेशा राज्य की सेवा के लिए खड़े है। इस संकट के समय हम राज्य की मदद में थोड़ा सा सहयोग कर पाए हैं,यह हमारा सौभाग्य है। माता मंगला जी ने कहा कि राज्य में हुई अतिवृष्टि और भू-स्खलन में जिन लोगों ने अपनों को खोया है,उनके प्रति हमारी संवेदनाए है। मैं और श्री भोले जी महाराज जी एवं पूरा हंस फाउंडेशन परिवार इस आपदा में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए की प्रार्थना करते है। इसी के साथ हम राज्य सरकार और राज्य की जनता को भरोसा दिलाते हैं कि हम हमेशा राज्य वासियों की सेवा और उनके दुःख-सुख में उनके साथ खडे थे और खडे रहेंगे।

माता मंगला जी ने आपदा के इस समय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए जा रहे हैं कार्यों कि सराहन करते हुए कहा कि राज्य में आई प्राकृतिक आपदा के बाद से आप लगातार मोर्चे पर डटे हुए हैं। आप निरंतर आपदा प्रभावितों के बीच पहुंचकर उन्हें ढाढस बंधा कर उनके दुख-दर्द में खड़े है। इसके लिए हम आपका आभार प्रकट करते है। राज्य जल्द से जल्द इस आपदा के नुकसान से उबरे,इसके लिए हम एक छोटा सा सहयोग 11 करोड़ा रूपये के तौर पर मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान कर रहे है। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करते है कि हमारे राज्य को भविष्य में ऐसे आपदाओं से दूर रखें।