प्राचीन शहर जोशीमठ में भूस्खलन और मकानों में दरार की स्थिति का जायजा लेने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत देश के प्रसिद्ध भू-वैज्ञानिक प्रो.हरीश चंद्र नैनवाल और डॉ.द्वारिका प्रसाद डोभाल के साथ पहुंचे। जहां उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया की उनके साथ कुछ गलत नहीं होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विपदा हमेशा नहीं रहती, उन्होंने राहत शिविर में प्रभावित परिवारों से विपदा की इस खड़ी में धैर्य रखने का आग्रह किया,उनसे मुलाकात कर उनका दुख-दर्द बांटा- इस विपदा में पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घोर विपदा में हम जोशीमठ की जनता-जनार्दन के साथ खड़े हैं। भगवान नृसिंह संकट की इस घड़ी में जोशीमठ की रक्षा करें,ऐसी मैं प्रार्थना करता हूँ।