हरिद्वार कुंभ महाशिवरात्रि पर्व के शाही स्नान पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लेकर ही आना होगा

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इस बार महाशिरात्रि 11 मार्च को है, इस दिन हरिद्वार कुंभ में पहला शाही स्नान होगा। इसके लिए मेला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व का शाही स्नान सकुशल और निर्विघ्न कराना हम सभी की प्राथमिकता है। हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरी कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी से निभाना होगा। उन्होंने कहा कि घाटों पर भीड़ नियंत्रण पहली प्राथमिकता है, इसमें पूरी तत्परता बरतने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि व्यवस्था में यदि कोई मामूली कमी हो, तो  उसे तुरंत दूर करें, गलियों में अतिक्रमण नहीं रहना चाहिए तथा आपसी तालमेल में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

दीपक रावत ने कहा कि यदि कहीं भी व्यवस्था में कोई व्यवधान उत्पन्न हो तो उसकी जानकारी तुरंत अपने उच्चाधिकारियों को दें। उन्होंने कहा कि आप सभी का व्यवहार सौम्य और मर्यादित होना चाहिए। मेलाधिकारी ने कहा कि शौचालयों का पर्याप्त इंतजाम है, इसकी जानकारी साइनेज के माध्यम से श्रद्धालुओं को देने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों से शांत चित्त से ड्यूटी पर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मेले को सकुशल संपन्न कराने में लगे स्वयं सेवी संगठनों के स्वयं सेवकों को भी असुविधा न हो, इसका भी ध्यान रखना चाहिए।    

 जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि अभी तक के स्नानों को अच्छे और व्यवस्थित तरीके से कराने में आप सभी का महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन महाशिवरात्रि का शाही स्नान बड़ा स्नान है, इसे चुनौती मानकर सेक्टर मजिस्ट्रेट और सेक्टर पुलिस अधिकारी आपसी तालमेल से जिम्मेदारी निभाएं। कोविड-19 का जिक्र करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि स्नान के लिए जो भी श्रद्धालु बाहर से आयेंग, उन्हें 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लेकर ही आना होगा तथा मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन भी करना होगा। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस, निकटतम फायर स्टेशन और निकटतम अस्पताल की जानकारी सभी को होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि स्नान के बाद आगामी स्नान से पहले व्यवस्था को परखने के लिए माक ड्रिल भी कराया जाएगा।       

आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने अपने संबोधन में कहा कि महाशिवरात्रि के शाही स्नान का रूट शहर के मुख्य मार्ग से होकर होगा, इसलिए उन मार्गों के साथ ही गलियों की भी पूरी गंभीरता और सतर्कता से निगरानी करें। उन्होंने कहा कि पहले शाही स्नान की आपकी ड्यूटी अव्वल होनी चाहिए तथा अति आत्मविश्वास भी नहीं पालना चाहिये। उन्होंने कहा कि  किसी असुविधा की स्थिति में अपने सम्बन्धित अधिकारी के संपर्क में हमेशा रहें। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला ड्यूटी पुण्य कार्य है, इस भाव से अपना उत्कृष्ट योगदान आप सभी को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए जरूरी है कि भीड़ का ठहराव एक ही स्थान पर न हो।  उन्होने कहा कि भीड़ को मैनेज करने की दिशा में आप कार्य करेंगे तो इसमें कोई परेशानी नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि हमें पूर्व के कटु अनुभवों से भी सीख लेना चाहिये।

एसएसपी कुंभ जन्मेजय खंडूड़ी ने कहा कि सुरक्षा बलों का मुख्य कार्य भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को बनाये रखना है। उन्होंने कहा कि शाही स्नान के दिन एक ही स्थान पर भीड़ जुटने न दें, उन्हें आगे बढ़ाते हुए स्थान खाली कराते रहें। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था के लिए संबंधित अधिकारी प्लान को पूरी तरह देखकर उसका अनुपालन सुनिश्चित कराएं। पार्किंग में भी व्यवस्थित इंतजाम से वाहनों को खड़ा कराएं और निकलवाएं। उन्होने कहा कि जीरो जोन में कोई वाहन लावारिस हालत में खड़ा न रहे, जिससे यातायात में व्यवधान पड़े, इसलिए इसको आज ही सुनिश्चित करा लें। छतों पर कम से कम लोग खड़े रहें, भीड़ जुटाने की अनुमति भवन स्वामियों को कतई न दें।

ब्रीफिंग के दौरान पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश देवली ने महाशिवरात्रि स्नान के लिए विभिन्न स्थानों से आने वाले वाहनों के डायवर्जन और पार्किंग की जानकारी दी। इस मौके पर सहायक निदेशक सूचना मनोज श्रीवास्तव ने मीडिया के प्रतिनिधियों के लिए जारी होने वाले पास के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों एवं सुरक्षा कार्मिकों की ब्रीफिंग का संचालन पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश देवली ने किया। इस अवसर पर अपर मेलाधिकारी डॉ.ललित नारायण मिश्र, हरबीर सिंह, रामजी शरण शर्मा, अपर जिलाधिकारी के0के मिश्र, बी0के मिश्र, सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल, सी0ओ0 सिटी अभय सिंह के अलावा आर्म्ड फोर्सेज के अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट व सेक्टर पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।