उत्तराखंड में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के चलते भारी नुकसान हुआ है। बारिश की वजह से कई राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गए, जिसके चलते कई जगहों पर आवागमन पूरी तरह से ठप है। भारी बारिश और आपदा को देखते हुए राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा पर अस्थाई रोक लगा दी थी। लेकिन अब उत्तराखंड मे मौसम सामान्य हो गया है। जिसके बाद चारधाम यात्रा ने रफ्तार पकड़ी ली है।
गुरूवार सुबह से श्री केदारनाथ धाम हेतु यात्रा शुरू हो गई है। मौसम सामान्य है। आठ हजार तीर्थयात्री आज से सोनप्रयाग,लिंचोली से बेसकेंप केदारनाथ को रवाना हुए है। इसे के साथ पांच हजार तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच,मंदिर में दर्शन कर रहे हैं।
श्री यमुनोत्री धाम हेतु यात्रा बुधवार सुबह से शुरू हो चुकी है। बुधवार से अभी तक ढाई हजार से अधिक तीर्थयात्री यमुनोत्री पहुंचे है।
श्री बदरीनाथ धाम हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध होने के कारण आज यात्रा शुरू नहीं हुई है। तीर्थ यात्रियों को जोशीमठ,पीपलकोटी आदि जगहों पर रोका गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग कल से टंगड़ी,बेनाकुली, लामबगड़, आदि स्थानों में मलवा आने से अवरूद्ध था। जो अभी-अभी खुल गया है,अब केवल एक जगह हनुमान चट्टी में खुलना बाकी है। जिसके बाद से मार्ग सुचारू होने की संभावना है। मार्ग खुलने पर तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ धाम भेजा जायेगा। जिला प्रशासन द्वारा कार्य जारी है। फिलहाल बारिश रूक गयी है। जिलाधिकारी हिमाशु खुराना एवं उपजिलाधिकारी जोशीमठ कुमकुम जोशी जोशी ने सड़क मार्ग का निरीक्षण किया।
श्री गंगोत्री धाम यात्रा शुरू हो गयी है। बुधवार शाम सुक्खी टाप में जिला प्रशासन ने अथक प्रयास कर अरूद्ध सड़क मार्ग बहाल किया गया। जिसके बाद तीर्थयात्रियों ने राहत की सांस ली है।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि उत्तराखंड के चारधामों में सभी मंदिरों,देवस्थानमों में निरंतर नित्य प्रतिदिन पूजा-अर्चना चल रही हे। कपाट खुलने से अभी तक दो लाख के लगभग तीर्थयात्री चारधाम पहुंच चुके हैं।