अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधान सभा भवन, देहरादून में विधानसभा के अधिकारियों एवं कर्मचारीयों के संग योगाभ्यास किया।इस दौरान भराड़ीसेंण विधानसभा परिसर के कार्मिक एवं अन्य लोग भी बढ़चढ़ कर वर्चुअल माध्यम से योग कार्यक्रम से जुड़े।
कोरोना संक्रमण के चलते ‘’घर पर योग और घर घर योग’’ थीम को अपनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने विभिन्न आसनों के साथ योगाभ्यास किया।इस दौरान श्री अग्रवाल डिजिटल माध्यम से विधानसभा के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास के दौरान जुड़े रहे।विधानसभा में विगत 3 वर्षों से लगातार प्रत्येक माह की 21 तारीख को योग शिविर का आयोजन विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय अनुसार किया जाता रहा है।इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने आज भी डिजिटल माध्यम से विधानसभा के स्टाफ के संग योग किया।इस दौरान विधानसभा परिसर में 3 साल की योग यात्रा को डॉक्यूमेंट्री के रूप में प्रस्तुत भी किया गया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि योग से मन के भीतर नकारात्मक शक्तियों के स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शरीर, मन एवं आत्मा में संतुलन स्थापित होता है, जिससे मनुष्य एकनिष्ठ, एकाग्र एवं स्थिर होता है। श्री अग्रवाल ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि आइए हम योग को अपने दिनचर्या का अंग बनाए और तनावमुक्त, स्वस्थ होकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
इस अवसर पर योगाचार्य विपिन जोशी ने कहा कि आज जब कोरोना जैसी महामारी से पूरी दुनिया परेशान है, तब एक बार फिर योग ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। योग के प्रयोग एवं संतुलित जीवन शैली से ही हम शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण मानवता को भारतीय संस्कृति के इस अनमोल उपहार को मोदी जी ने अपने प्रयासों से वैश्विक स्वीकृति प्रदान करवाई है।
योगाभ्यास कार्यक्रम के दौरान श्री अग्रवाल ने योगाचार्य विपिन एवं उनकी टीम को सॉल ओड़ा कर कर सम्मानित किया। विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर उपस्थित कार्मिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क एवं सैनिटाइजर वितरित करते हुए जागरूक किया। वही इस दौरान विगत दिनों दिवंगत हुए विधायकों एवं विधानसभा के दिवंगत कार्मिकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल, वरिष्ठ निजी सचिव अजय अग्रवाल, अनु सचिव नरेंद्र रावत, वरिष्ठ निजी सचिव राजेंद्र चौधरी, अनु सचिव हेम पंत, नीरज थापा, हिमांशु त्रिपाठी, पुष्कर रौतेला, दीपचंद, राकेश पाल, मुकेश हटवाल, राजेश उनियाल, महेश भट्ट, शिवम छाबडा, सरस्वती, मीनाक्षी, प्रमोद पांडे, किशोर पांडे, हरीश चौहान, उपसूचना अधिकारी भारत चौहान, राजीव बहुगुणा, प्रवीण जोशी, सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण मौजूद थे।
उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्व विद्यालय परिसर में सीएम रावत ने किया योगाभ्यास
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्व विद्यालय परिसर में योगाभ्यास किया। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए योगाभ्यास किया गया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि योग की वजह से उत्तराखण्ड की विश्व में अलग पहचान है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल का परिणाम था। योग शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूती प्रदान करता है। योग शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने वाला विज्ञान है। योग की वजह से भारत की विश्व में विशिष्ट पहचान है। योग को देश एवं दुनिया तक ले जाने में देवभूमि उत्तराखण्ड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। स्वस्थ जीवन के लिए सभी को नियमित योग करना होगा।
चरक डाण्डा में बनेगा आयुर्वेदिक शोध संस्थान–डॉ.हरक सिंह रावत
आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड का योग से काफी पुराना संबंध है। हिमालय में ऋषि-मुनियों द्वारा कन्दराओं एवं गुफाओं में प्राचीन समय से योग किया जाता था। उत्तराखण्ड की भूमि से निकलकर योग देश और दुनिया तक फैल चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वसुधैव कुटुम्बकम की बात की और योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वासी सौभाग्यशाली हैं कि यह योग भूमि होने के साथ ही हम शुद्ध पर्यावरण के बीच रह रहे हैं। चरक डाण्डा में आयुर्वेदिक शोध संस्थान बनाया जा रहा है।
इस अवसर पर सचिव आयुष चन्द्रेश यादव, कुलपति उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्व विद्यालय प्रो.सुनील कुमार,निदेशक आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं डॉ.एम.पी.सिंह,जिलाधिकारी देहरादून डॉ.आशीष कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।
एसडीआरएफ के जवानों ने विभिन्न पोस्टों पर किया योग
एसडीआरएफ के जवानों ने उत्तराखंड में स्थापित विभिन्न पोस्टों में व्यवस्थापित रहते हुए अपने तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए योगाभ्यास किया गया।
योग एक महत्वपूर्ण क्रिया है, जो न सिर्फ हमें एक स्वस्थ, सुन्दर और आकर्षक शरीर प्रदान करता है, बल्कि हमे तमाम तरह के रोगो से भी दूर करता है, योग हमारी भारतीय संस्कृति का भी एक प्रमुख हिस्सा है। योग की महत्वता को बड़े बड़े विद्वान और योग गुरुओ ने बताया है। यह मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक तीनो रूप से काफी महत्वपूर्ण है
योग न सिर्फ मनुष्य के मस्तिष्क और शरीर की एकता को संगठित करता है बल्कि यह मनुष्य के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करता है। योग से मनुष्य का मन शांत रहता है और उसे अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने में मदत करती है