मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को जनपद रूद्रप्रयाग में कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम कोविड केयर सेंटर व जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों से यहां पर भर्ती कोविड मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड रोकथाम के लिए सभी संसाधन जुटाए जा रहे हैं। साथ ही कहा कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। इसके लिए सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ रावत पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत करीब 11:30 बजे गुलाबराय हैलीपेड पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने कोटेश्वर माधवाश्रम कोविड सेंटर में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने यहां तैनात चिकित्सकों को कोरोना संक्रमण के तहत जरूरी दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों से लगातार संवाद करते हुए उनकी निगरानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कोविड नियंत्रण को लेकर कार्यवाही गतिमान है। डीआरडीओ के माध्यम से ऋषिकेश व हल्द्वानी में पांच-पांच सौ बेड के अस्पताल अगले कुछ दिनों में बनकर तैयार हो जाएंगे। समय-समय पर लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक करने की बात करते हुए कहा कि इसके लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से घर-घर कोविड किट पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। ताकि प्राथमिक स्तर पर ही उपचार संभव हो सके और चिकित्सालय आने की आवश्यकता न हो।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ ने कहा कि पूरे प्रदेश में सैंपलिंग की संख्या को लगातार बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीते रोज ही केंद्र सरकार द्वारा सौ मैट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हुआ है। जिसे दोनों मंडलों में भेजने का कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन बेड, वैंटीलेटर, पीपीई किट एवं अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में 345 नए चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। पहली बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी चिकित्सकों को भेजा गया है। 18 से 45 वर्ष के सभी लोगों का निःशुल्क कोविड वैक्शीनेशन किया जा रहा है जिसमें खर्च होने वाली राशि करीब चार सौ करोड़ रुपए का वहन सरकार द्वारा किया जाएगा। पूरे देश में निःशुल्क वैक्सीनेशन करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है। उन्होंने सभी से वैक्शीनेशन करवाने की अपील की। साथ ही कहा कि सभी को अनिवार्य रूप से मास्क, सैनिटाइजर व सामाजिक दूरी का पालन करना होगा।
इस दौरान जिलाधिकारी मनुज गोयल ने मुख्यमंत्री को कोविड की रोकथाम के लिए जनपद में संचालित किए जा रहे कार्यों से अवगत कराते हुए कहा कि जनपद में वैक्सीनेशन का कार्य भी सुचारू रूप से चल रहा है। कोविड की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक संख्या में सैंपलिंग लिए जा रहे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग गठित टीमों द्वारा गांव-गांव जाकर लोगों की सैंपलिंग ली जा रही है। साथ ही कोविड को लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। कोटेश्वर माधवाश्रम कोविड सेंटर का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। यहां पर वार्डों का निरीक्षण करते हुए भर्ती हुए मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री प्रभारी मंत्री डॉ.धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, केदारनाथ विधायक मनोज रावत, जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल,जिलाधिकारी मनुज गोयल, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी बृजेश तिवारी, प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी मनविंदर कौर, कोविड सेंटर प्रभारी डॉ. डी.बी.एस.रावत, डॉ. नीतू तोमर, डॉ.आशुतोष सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
रूद्रप्रयाग के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के तहत श्रीनगर पहुंचे। जहां उन्होंने कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम हेतु जनपद गढ़वाल के कार्यो का जायजा लिया। उन्होने बेस अस्पताल श्रीकोट, श्रीनगर एवं बिड़ला परिसर श्रीनगर में स्थापित 18 से 44 आयु वर्ग हेतु कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का स्थलीय निरीक्षण किया। तत्पश्चात मेडिकल कालेज के सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक ली।
मुख्यमंत्री ने बिड़ला परिसर श्रीनगर में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए बनाये गये वैक्सीनेशन सेंटर में प्रतीक्षालय, टीकाकरण व ऑब्जर्वेशन कक्ष आदि का निरीक्षण किया। सेंटर में तैनात अधिकारियों को गंभीरता के साथ कार्य करने के निर्देश दिये। कहा कि टीकाकरण को लेकर आम जनमानस को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए, समुचित सुविधा सुगम बनाये रखेगें। उन्होंने वहां टीका लगवाने आये लाभार्थियों से बातचीत कर उनका हाल चाल जाना। मुख्यमंत्री ने बेस अस्पताल श्रीकोट, श्रीनगर बेस में फायर फाइटिंग कक्ष, ऑक्सीजन प्लांट, निर्माणाधीन आईसीयू कक्ष, कोविड कंट्रोल रूम आदि का निरीक्षण किया। दौरान उन्होंने जिलाधिकारी को निर्माणाधीन 30 बेड आईसीयू कक्षों का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करना को कहा। जबकि अस्पताल परिसर में संचालित ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करते हुए कहा कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है।
मुख्यमंत्री ने सीसीटीवी के माध्यम से समस्त वार्डों में भर्ती कोविड के मरीजों का हालचाल जाना। कोविड कंट्रोल रूम में तैनात अधिकारी से प्रतिदिन आने वाली फोन कॉल की जानकारी लेते हुए, कोविड वार्ड में भर्ती रोगियों की डेटा सुरक्षित रखने तथा कंट्रोल रूम में 24 घंटे शिफ्ट वाइज कर्मचारियों की तैनाती बनाये रखने के निर्देश दिये। साथ ही सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए भोजन, दवाई, मास्क, गल्फ़स, सेनेटाइजर सहित अन्य की समुचित व्यवस्था बनाये रखेंगे। मुख्यमंत्री ने ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस व एसडीआरएफ कर्मचारियों का हालचाल भी जाना। कहा कि कोविड संक्रमण से बचाव हेतु सावधानी बरतें। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिह रावत, जिलाधिकारी डॉ.विजय कुमार जोगदण्डे, बहुउद्देशीय सहकारी संघ अध्यक्ष,भाजपा जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, नगर पालिका अध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम, एसएसपी पी.रेणुका देवी, प्राचार्य डॉ.सी एम एस रावत सहित अन्य उपस्थित थे।