मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दो दिवसीय दौरे पर चमोली और रुद्रप्रयाग पहुंचे थे। गुरूवार को मुख्यमंत्री ने रूद्रप्रयाग में को कई योजनाओं की सौगात दी। जिसमें काली गंगा प्रथम लघु जल विद्युत परियोजना का लोकार्पण प्रमुख रहा। रूद्रप्रयाग दौरे के दौराना मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रुद्रप्रयाग स्थित कालीमठ मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की और राज्य की खुशहाली के लिए मां काली का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह कालीमठ में विद्युत परियोजना का लोकार्पण किया।
काली गंगा प्रथम लघु जल विद्युत परियोजना का लोकार्पण
जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित यूजेवीएन लिमिटेड की काली गंगा प्रथम लघु जल विद्युत परियोजना का लोकार्पण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया गया। काली गंगा प्रथम लघु जल विद्युत परियोजना जिला रुद्रप्रयाग के उखीमठ विकासखंड में काली गंगा नदी पर कालीमठ कोटमा मार्ग पर स्थित है। उक्त परियोजना दिनांक 15-16 जून, 2013 में आई अतिवृष्टि एवं बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गई थी एवं विद्युत गृह बह जाने के कारण परियोजना से उत्पादन बंद हो चुका था। सुदूरवर्ती क्षेत्र के लिए परियोजना के महत्व को देखते हुए वर्ष 2016 में परियोजना के पुनर्निर्माण कार्य प्रारंभ किए गए। सुदूरवर्ती एवं दुर्गम क्षेत्र में होने के कारण परियोजना के निर्माण कार्य में कई बाधाओं का सामना भी करना पड़ा। अंततः परियोजना को जुलाई 2020 में सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज कर 33kv वितरण लाइन से जोड़ दिया गया था। आज दिनांक 4 फरवरी 2021 को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा परियोजना स्थल पर परियोजना का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय विधायक केदारनाथ श्री मनोज रावत जी द्वारा की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने कहा कि राज्य सरकार सुदूरवर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए समर्पित है एवं विद्युत ऊर्जा हर घर तक पहुंचाने हेतु प्रतिबद्ध है।
इस परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए यूजेवीएन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने बताया की परियोजना से प्रतिवर्ष लगभग 26.18 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया जाएगा। परियोजना से उत्पादित विद्युत द्वारा आसपास के जालतल्ला, खुन्नु, कोटमा, कबील्ठा, चौमासी सहित लगभग 25 गांव की विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा। लोकार्पण कार्यक्रम में यूजीवीएन लिमिटेड के निदेशक वित्त सुधाकर बडोनी, निदेशक परियोजनाएं सुरेश चंद्र बलूनी तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ ही बड़ी संख्या में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय जनता उपस्थित रहे।
85 करोड़ 94 लाख की योजनाओं का हुआ शिलान्यास एवं लोकार्पण
इसी के साथ मुख्यमंत्री रावत ने रुद्रप्रयाग में विभिन्न विभागों की कुल लागत 85 करोड़ 94 लाख की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा सत्ताइस करोड़ चार लाख लागत की 20 योजनाओं का लोकार्पण किया गया जिसमें लोनिवि की 01, पेयजल निगम की 05, ग्रामीण निर्माण निगम की 03, उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम की 06, विकास खंड ऊखीमठ की 01 व उत्तर प्रदेश निर्माण निगम की 04 योजनाएं शामिल है। साथ ही 52 करोड़ 30 लाख लागत की योजनाओं का शिलान्यास किया गया जिसमें लोनिवि की 02, ग्रामीण निर्माण विभाग की 03, जलागम की 01, उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम की 01, आजीविका की 01 व उत्तर प्रदेश निर्माण निगम की 03 योजनाएं शामिल है।
गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) परिसर में हिलांस के आउटलेट का लोकार्पण
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने तिलवाड़ा स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) परिसर में हिलांस के आउटलेट का लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि काश्तकारों के स्थानीय उत्पादों को वैल्यू एडेड करके हिलांस उन्हें अच्छा बाजार उपलब्ध करवा रहा है। राज्य सरकार ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए विकासखंडों में ’ग्रोथ सेंटर्स’ की स्थापना की है। बताते चलें कि उत्तराखंड में किसानों को बाजार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी एकीकृत आजीविका परियोजना (आईएलएसपी) ने अपनी ’हिलांस’ नाम का ब्रांड बनाया है। ’हिलांस’ को एक किसान हितैषी पहल के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है।