उत्तराखण्ड को आखिर चार साल बाद स्वास्थ्य मंत्री मिल ही गया है। चार साल बाद उत्तराखण्ड में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत को स्वास्थ्य मंत्री, उच्च शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा व सहकारिता प्रोटोकॉल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग दिया गया है। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने मंगवार को कैबिनेट मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया। जिसके बाद मुख्य सचिव एसएस संधु ने मंगलवार शाम को इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इस बार विभागों के बंटवारे में विशेष यह है कि पुष्कर धामी सरकार में राज्य को चार साल बाद स्वास्थ्य मंत्री मिला है। इससे पहले राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब तक प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री का प्रभार सीएम के पास था।
विभागों की बात करें तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पास सतर्कता, गृह, कारागार,नागरिक सुरक्षा और सैनिक कल्याण, फाइनेंस वाणिज्य कर, राज्य संपत्ति, राजस्व, न्याय, सूचना, तकनीक शिक्षा, नागरिक उड्डयन, नियोजन, सचिवालय प्रशासन सामान्य प्रशासन औद्योगिक विकास खनन विभाग रखे हैं।
उत्तराखण्ड के अन्य कैबिनेट मंत्रियों की बात करें तो सरकार में नाराज चल रहे मत्रियों के विभागों में बढ़ोतरी की गई है। डॉ हरक सिंह रावत को वन,पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, आयुष, आयुष शिक्षा, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा दिया गया है। यशपाल आर्य को परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन,सुबोध उनियाल को कृषि, कृषि शिक्षा,कृषि विपणन,उद़यान एवं कृषि प्रसंस्करण, उद्यान एवं फलोद्योग,बंशीधर भगत को खादय, नागरकि आपूर्ति एंव उपभोक्ता मामले, शहरी विकास, आवास आबकारी,
विशन सिंह चुफाल को पेयजल,वर्षा जहल संरक्षण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना, अरविंद पांडेय को विदयालयी शिक्षा बेसिक व माध्यमिक, युवा कल्याण, पंचायती राज, गणेश जोशी को सैनिक कल्याण, औद़योगिक विकास, लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद़यम,रेखा आर्य को महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, पशुपालन, दुग्ध विकास,मत्स्य पालन,सतपाल महाराज को सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, जलागम प्रबंधन, पर्यटन, धर्मस्व, लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी के साथ यतीश्वरानंद को भाषा, पुनर्गठन,गन्ना विकास एवं चीनी उद़योग, ग्राम्य विकास विभाग सौंपा है।