जागेश्वर धाम में भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप द्वारा पुजारियों के साथ की गई अभ्रदता ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को लेकर रविवार के राज्य में जगह-जगह भाजपा सांसद का पुतला दहन कर भाजपा से इस मामले को लेकर सार्वजनिक रूप से मांफी मांगने के मांग की है। पुजारियों के साथ अभ्रदता के बाद कांग्रेस पार्टी के साथ आम लोगों में आक्रोश है।
भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप द्वारा पुजारियों के साथ की गई अभ्रदता के बाद रविवार को राज्य में जगह-जगह लोगों ने प्रदर्शन कर धर्मेंद्र कश्यप के तुरंत पार्टी से निलंबित करने की मांग की, आपको बता दें कि शनिवार शाम को धर्मेंद्र कश्यप प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में दर्शनों के लिए आए थे। जहां उन्होंने मंदिर परीसर में मंदिर प्रशासन और पुजारियों के साथ मंदिर के अंदर जमकर गाली-गलौज की,कश्यप के गाली गलौज करने का एक वीडियो पूरे निरंतर वायरल हो रहा है। जिसके कारण उत्तराखंड की जनता में आक्रोश है। इसी का परिणाम रहा कि रविवार को उत्तराखंड में लोगों ने जगह-जगह पर धर्मेंद्र कश्यप के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख हरीश रावत ने इस मामले पर कहा कि जागेश्वर भगवान जागनाथ का धाम जो एक साक्षात ज्योर्तिलिंग है। वहाँ के प्रधान पुजारी जी और मंदिर के लिये अपमान जनक शब्दों का प्रयोग कर भाजपा के सांसद जी ने अपना अहंकार उडेला है। भाजपाई सांसद जी के इस व्यवहार से मैं पहले ही बहुत आहत हूँ। भाजपा सरकार ने जागेश्वर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की परंपरा को बंद कर अपनी छोटी सोच जाहिर कर चुकी है। अब भाजपा सांसद जी का अमर्यादित व्यवहार अत्यधिक निंदनीय है। भाजपा को इस व्यवहार के लिये सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगनी चाहिये। मैं इस व्यवहार के विरोध में कल 2 अगस्त, 2021 को देहरादून स्थित आवास में प्रातः11 बजे, शिव पूजन कर 1 घंटे का “मौन उपवास” रखूँगा।
उत्तराखण्ड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक जागेश्वर विधानसभा गोविंद सिंह कुंजवाल ने भाजपा के सांसद धर्मेंद्र कश्यप द्वारा जागेश्वर धाम में पुजारियों के साथ किए गए दुर्व्यवहार के बारे कहा कि उत्तर प्रदेश के आंवला (बरेली) के बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप द्वारा 31 जुलाई 2021 को देवभूमि उत्तराखंड के जागेश्वर धाम परिसर में मंदिर समिति के लोगों एवं आचार्यो के साथ की गई मारपीट, गाली गलौज और अमर्यादित आचरण की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमंत्री के सानिध्य में रहने के बावजूद भी अगर सांसद धर्मेंद्र कश्यप हिंदू धर्म और धार्मिक स्थलों एवं आचार्यों का सम्मान करना नहीं सीखे तो यह उनका दुर्भाग्य है। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से अनुरोध करता हूं कि वे अपने सख्त आचरण के अनुरूप सख्त शब्दों में सांसद धर्मेंद्र कश्यप को निर्देशित करें कि वह देवभूमि में आकर जागेश्वर धाम में भगवान जागनाथ से अपने कृत्यों के लिए माफी मांगे और जागेश्वर धाम के आचार्यों, जागेश्वर क्षेत्र और देवभूमि की शांतिप्रिय जनता से भी अपने अमर्यादित आचरण के लिए क्षमा मांगे।
इसी के साथ श्री कुंजवाल ने जागेश्वर क्षेत्र के लोगों से अपील की हैं कि जागेश्वर क्षेत्र की शांतिप्रिया जनता से भी विनम्र अनुरोध है करता हूं कि वह ऐसे समय में संयम बनाए रखें ताकि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश पब्लिक सिटी के अध्यक्ष सुमित हृदेश ने गोल्ज्यू देवता के मंदिर में न्याय की मांग को लेकर पूजा अर्चना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा संस्कृति वाली पार्टी बनती है,लेकिन उनके सांसद लगातार अपमान करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस मामले में उन्होंने न्याय के देवता से दोषी सांसद धर्मेंद्र कश्यप के लिए पुलिस में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा अगर जरा भी शर्म है तो ऐसे व्यक्ति को प्रदेश से बाहर न निकलने दिया जाए। उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए।
जागेश्वर धाम में इस लिए हुआ विवाद
जागेश्वर धाम के दर्शन के लिए आए भाजपा के बरेली के सांसद धर्मेंद्र कश्यप और मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष में मंदिर दर्शन की समय सीमा को लेकर विवाद हुआ। सावन मास होने के कारण जागेश्वर धाम में दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। रोजाना शाम 6 बजे मंदिर का मुख्य गेट बंद कर दिया जाता है। भक्त इस नियम का पालन करते हैं। लेकिन शनिवार को उत्तर प्रदेश से भाजपा के सांसद धर्मेंद्र कश्यप समय सीमा बीत जाने पर भी मंदिर से बाहर नहीं आए,तो मंदिर प्रबंधक ने उनसे निवेदन किया की मंदिर में दर्शन की समय सीमा खत्म हो गई है।
इस को लेकर सांसद और मंदिर प्रबंधन की बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। मंदिर प्रबंधन समिति के प्रबंधक भगवान भट्ट ने बताया कि रोज शाम 6 बजे दर्शन के लिए मंदिर के द्वार बंद हो जाते हैं। इस बारे में सांसद जी को बता दिया गया था। लेकिन वह समय सीमा बीतने के बाद भी मंदिर में जमे रहे। इस बारे में जब हमने सांसद से अनुरोध किया तो सांसद अभद्रता और गाली-गलौच पर उतर आए। श्री भट्ट ने बताया कि सांसद द्वारा उन्हें अभद्र गालियां दी गई। जिसकी सूचना मिलने पर वहां भीड़ एकत्र हो गई और सांसद का विरोध होना शुरू गया। मामला बढ़ता देख सांसद धर्मेंद्र कश्यप मांफी मांग कर भले ही वहां से चले गए हों,और जागेश्वर धाम के पुजारी और स्थानीय लोग शांत हो गए हों। लेकिन भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के इस दुर्व्यवहार से उत्तराखण्ड में आम लोगों के साथ-साथ यूकेडी ने आक्रोशीत है।