
धाद ने हरेला अभियान के अंतर्गत आज 100 फूलों के वृक्षों के साथ पुष्पवन की नींव रखी। मालदेवता में स्मृतिवन प्रवेश मार्ग पर आम समाज के लोगों ने नीलमोहर बोटल ब्रश और अमलतास के पौधे रोपे। आयोजन में पौधरोपण शांति बिंजोला सुनीता बहुगुणा नीलिमा धुलिया के पारम्परिक ढोल दमाऊ के साथ किया गया।

हरेला वन का परिचय देते हुए धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने कहा की आज पौधे लगाने से बड़ा सवाल उन्हें बचाने का है,और इसकी संस्कृति विकसित करने के लिए आम समाज को साथ लेकर धाद ने हरेला वन की अवधारणा प्रारम्भ की है। जिसमें लोगों द्वारा पौधरोपण करने के साथ उन्हें वृक्ष बनाने का संकल्प लिया जाता है। जिसमें लोग अपने श्रम या आर्थिक सहयोग से लगाए गए पौधो का संरक्षण करते हैं। हरेलावन में कम से कम 100 वृक्षों का समूह बनाया जाता है अब तक इस अभियान के अंतर्गत स्मृतिवन बालवन और पुष्पवन प्रारम्भ किये गए हैं।
हरेला देहरदून की संयोजक अर्चन ग्वाडी ने बताया की हरेला अभियान देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों मोहल्लों,स्कूलों संस्थानों में अभियान प्रारम्भ होगा। जहाँ लोगों से पौधरोपण के साथ उत्तराखंड हिमालय में उत्पादन कर रहे लोगों की उपज को अपने जीवन में शामिल करने की अपील भी की जायेगी।
हरेला वन के सचिव सुशिल पुरोहित ने बताया की इस वर्ष भी आम समाज से हरेला वन अभियान से जुड़ने की अपील में बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं। अभियान के अंतर्गत जहाँ अपने स्तर पर पौधरोपण कर रहे है,वहीँ साथ में आकर भी ऐसा कर रहे हैं,हमारा लक्ष्य 500 पौधों के वृक्ष संकल्प का है।
इस अवसर पर स्मृतिवन में सामाजिक कार्यकर्त्ता डॉ प्रभाकर उनियाल,देहरादून लीलाधर पाठक,पिथौरागढ़,भीम सिंह रावत,पौड़ी,वाचस्पति सेमवाल,तुलसी देवी कुंदन सिंह नेगी की स्मृति में उनके परिजनों द्वारा पौधे रोप गए। वहीँ समृतिवन प्रवेश मार्ग में 100 वृक्षों का पुष्पवन अरविन्द गुप्ता,प्रिन्स मावा,अनूप डोभाल,भावना डोभाल,गिरिवर धनाई,दीपक खंडका,गीता क्षेत्री,रविंद्र बछेती,शंकर सरन गुप्ता,इंदु भूषण सकलानी,लक्ष्मण सिंह रावत के रोपण के साथ पूर्ण किया गया
इस अवसर पर गणेश चंद्र उनियाल,आशा डोभाल,नीना रावत,हिमांशु आहूजा, किशन सिंह,साकेत रावत,विकास बहुगुणा,लक्ष्मी मिश्रा,महावीर रावत,सुरेश अमोली,शैलेंद्र सेमवाल,के.एल.खुराना के साथ पौधरोपण करने वालों के परिजन मौजूद रहे।